“हाथी पर जलता हुआ टायर फेंकते हुए कुछ लोग कैमरे में कैद” – PETA इंडिया की कार्यवाही

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भारत में कुछ लोगों ने एक हाथी पर जलता हुआ टायर फेंककर, उसे आग लगाकर जान से मार दिया और इस घिनोने अपराध में कथित रूप से शामिल तीन में से दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया हैं और संबन्धित अपराधी के रिसॉर्ट को सील करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इस चौका देने वाली घटना को कैमरे में कैद किया गया। PETA इंडिया सहित कई लोगों और संस्थानों द्वारा लंबे समय से “फसलों एवं संपत्ति को बचाने” के लिए हाथियों की देखभाल हेतु मानवीय तरीकों को अपनाए जाने पर कार्यशालाएँ आयोजित करने का अनुरोध किया जा रहा है साथ सी साथ इन्सानों एवं हाथियों के बीच टकराव की घटनाओ को कम करने की भी जरूरत है ताकि आपसी टकराव से लाग्ने वाली चोटों एवं मौतों को भी रोका जा सके।

कैमरे में कैद हुई घटना में देखा जा सकता है कि यह लोग हाथी को रिसॉर्ट से भगाने के लिए उसपर जलता हुआ टायर फेंकते हैं। वह जलता हुआ टायर हाथी के शरीर से चिपक गया जिसके कारण उसके पूरे शरीर में आग लग गई और वह दर्द के कारण चिल्लाने एवं भागने लगा। वन विभाग के अधिकारियों ने इस जानवर को गंभीर रूप से चोटिल और इसके कान से खून निकलते हुए पाया लेकिन स्थानीय चिकित्सा स्थल तक पहुंचने से पहले ही इसकी मृत्यु हो गई। इस संदर्भ में, अधिकारियों द्वारा तीन अपराधियों की पहचान की गई है जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक लापता है।

मनुष्यों ने हाथियों के रहने के स्थान यानि जंगलों पर अधिग्रहण किया है

इस हमले के बाद, PETA इंडिया ने न केवल न्याय बल्कि लोक शिक्षा की भी मांग की है। PETA इंडिया के CEO डॉ. मणिलाल वलीयते ने कहा, “हम वन विभाग से अनुरोध करते हैं कि वह स्थानीय लोगों हेतु फ़सल और संपत्ति को बचाने के मानवीय तरीकों को अपनाए जाने पर कार्यशालाओं का आयोजित करे और उन्हें समझाए कि वन्यजीवों से संबन्धित मामलों को अपने हाथ में न लेकर सहायता के लिए तुरंत प्रशासन को सूचित करना ही संवेदनशील एवं कानूनन सही कदम है।“

यह पहली बार नहीं है जब जानवरों को आग या पटाखों से जलाकर मारा गया हो। अभी कुछ ही महीनों पहले, एक गर्भवती हथिनी को, जानबूझकर पटाखें से भरा अनानास खिलाकर मार दिया गया था। इस हथिनी की तस्वीरें वाइरल हो गई थी, और अंतरराष्ट्रीय स्तर लोगों ने इस पर रोष व्यक्त किया था।

इसके अलावा कई अन्य हाथियों को भी खेतों या मानवीय आबादी से दूर रखने के लिए आग या पटाखों जैसे ख़तरनाक साधनों का प्रयोग करके मारा गया। जबकि जानवरों से फ़सलों या आवासों को बचाने के कई अन्य मानवीय तरीके भी अपनाए  जा सकते हैं जैसे फेंसिंग या तेज़ आवाज़ निकालने वाले साधनों का प्रयोग करना और विशेषतः हाथियों के लिए किनारों पर लाल मिर्च की खेती करना। प्रशासन द्वारा हाथियों को अन्य प्रकार से भी संरक्षित किया जाना चाहिए जैसे उनके प्राकृतिक आवास (वन) बचाकर और सर्कसों या सवारियों पर प्रतिबंधन लगाकर जिनमें उनसे जबरन करतब करवाए जाते हैं।

हाथी भी अन्य जानवरों की तरह हमारे साथी हैं

हाथी सामाजिक जानवर हैं जो अपने परिजनों के साथ मज़बूत और स्थायी संबंध स्थापित करते हैं। वे समस्याओं को हल करने के लिए एक साथ काम करते हैं और अपने वरिष्ठ परिजनों के ज्ञान, निर्णय क्षमता और अनुभव पर निर्भर करते हैं। अगर हाथियों को अपने प्राकृतिक परिवेश में शांत छोड़ दिया जाता है, तो यह अपना दिन समाजीकरण, तैराकी, घूमने और खेलकूद में व्यतीत करते हैं। हर प्राणी के सामान हाथियों को भी अपने प्राकृतिक परिवेश में स्वतंत्रता और शांति से जीवन व्यतीत करने का पूरा हक है और आप उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाने हेतु तत्काल कार्रवाई कर सकते हैं। भारत में हाथियों की सहायता करने हेतु, कृपया नीचे क्लिक करें:

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