भीषण गर्मी के कारण आसमान से पक्षी नीचे गिर रहे हैं : PETA इंडिया आपातकालीन एडवाइसरी ज़ारी की

Posted on by Erika Goyal

देश  के कई भागों में भीषण गर्मी का कहर जारी है जिसके कारण घायल पक्षियों की संख्या में 10% वृद्धि देखी गयी है, इसलिए इन निर्दोष प्राणियों की जान बचाने के लिए कुछ सुझाव ज़ारी किए गए हैं।

गर्मी से आहात पक्षी आसमान से नीचे गिर रहे हैं, आप उनकी मदद इस तरह से कर सकते हैं-

  • पक्षियों को ताजा पानी उपलब्ध कराएं: आप अपने घर की खड़की, बालकनी और छत या बगीचों में जानवरों के लिए पानी रख सकते हैं। इस पानी को ठंडा रखने हेतु अपने बर्तन को छाया में रखें। इस बर्तन को साफ करने के लिए नौ हिस्सा पानी व एक हिस्सा सिरका मिलाकर इसे साफ़ करें और इसके लिए साबुन का प्रयोग बिल्कुल न करें (बर्तन में बचा हुआ साबुन पक्षियों के लिए घातक साबित होता है)। याद रखें, बीमारी की रोकथाम इसके इलाज़ से बेहतर है।
  • आसमान से गिरे पक्षियों की सहायता करें: इस प्रकार के पक्षियों में पानी की कमी के लक्षणों की पहचान करें जिसमें सुस्त आँखें, झुर्रीदार त्वचा, सुस्ती और ठोस मल जैसे लक्षण शामिल हैं। पक्षियों में हीटस्ट्रोक का एक संकेत तेज़ सांस लेना है। यदि किसी पक्षी को सहायता की आवश्यकता है, तो जल्द से जल्द किसी पशु चिकित्सक या पशु संरक्षण समूह की सहायता लें।
  • तुरंत सहायता प्रदान करें: यदि आपको कोई भी ज़रूरतमंद पक्षी या जानवर दिखाई देता है तो आप सलाह के लिए PETA इंडिया के 24X7 पशु हेल्पलाइन नंबर (98201 22602) पर कॉल कर सकते हैं या किसी स्थानीय पशु संरक्षण समूह से संपर्क कर सकते हैं। net पर पशु संरक्षण समूहों की एक निर्देशिका उपलब्ध है। आपातकालीन स्थिति में आप इस पक्षी को किसी नजदीकी पशु अस्पताल भी ले जा सकते हैं।
  • पक्षी को किसी सुरक्षित स्थान पर लें जाएँ: यदि कोई पक्षी ज़मीन पर गिर गया हो और आपको उसमें पानी की कमी या हीटस्ट्रोक के लक्षण दिखाई दें तो उसे जल्द से जल्द किसी साफ़ एवं हवादार स्थान पर लेकर जाएँ और ध्यान दें कि अन्य पक्षी, बिल्लियाँ, कुत्ते या जंगली जानवर उसपर हमला न कर सकें। यदि आपको लगता है कि चोटिल पशु को किसी पशु चिकित्सक के पास ले जाने की आवश्यकता है, तो इसे दस्ताने पहनकर आराम से किसी कार्डबोर्ड के अंदर रखें। इसमें हवा के लिए कुछ छेद होने चाहिए एवं यह तौलिये से ढका होना चाहिए।
  • अगर आपको पेशेवर सहायता शीघ्र उपलब्ध नहीं है, तो अन्य कदम उठाएं: चोटिल पक्षी को जल्द से जल्द छाया प्रदान करें, उसके शरीर पर ठंडा पानी डालें, या ठंडे तौलिये से लपेटें और पानी प्रदान करें। आप पक्षी को किसी प्रकार का इलेक्ट्रोलाइट्स भी दे सकते हैं जैसे नारंगी या चेरी का रस, ग्लूकोज पाउडर या ¼ नमक और ¼ चीनी का मिश्रण। यदि पक्षी अपने आप नहीं पी सकता हैं तो उसके मुंह में एक आई ड्रॉपर, या एक साफ कपड़े का उपयोग करके कुछ बूँदें डालें।
  • अगर आपको ऐसा शिशु पक्षी ज़मीन पर मिलता है जिसमें पानी की कमी के लक्षण नहीं हैं तो कृपया उसे अकेला छोड़ दें: आपने जिस पक्षी को जमीन पर पाया, हो सकता है वह उड़ने का अभ्यास कर रहा हो। बहुत से लोगों को यह शिशु संकट में लगते हैं और वह उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश को सहायता की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि एक चूजे (पंख या लगभग बिना पंख वाले) को मदद की ज़रूरत हो सकती है, लेकिन पंख वाले पक्षियों हेतु यह ज़रूरी नहीं है। इस पक्षी को साफ़ हाथों से दस्ताने पहनकर इसके घोंसले में वापिस रखने का प्रयास करें या इसके लिए किसी खुले बॉक्स का उपयोग करके एक अस्थायी घोंसला बनाएं और इसे पेड़ के पास शांतिपूर्ण ढ़ंग से रख दें ताकि इसके माता-पिता भयभीत न हों। अगर इस पक्षी को फिर भी मदद की ज़रूरत पड़ती है तो PETA इंडिया या स्थानीय पशु संरक्षण समूह को कॉल करें।

PETA इंडिया सभी को अपने साथी कुत्तों को भी गर्मी से बचाकर रखने की सलाह देता है। साथ ही, इन्हें खड़ी कारों के अंदर कभी न छोड़ें, क्योंकि यह हीटस्ट्रोक से पीड़ित हो सकते हैं, और सामुदायिक या काम करने हेतु मज़बूर किए जाने वाले जानवरों हेतु पानी से भरे मिट्टी के मजबूत बर्तन ज़रूर रखें।

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