हमारे इन नन्हें मुन्ने प्यारे प्यारे पाँच नटखड़ दोस्तों से मिलिये

Posted on by Erika Goyal

लगभग 2 महीने की उम्र के यह प्यारे प्यारे  बच्चे  गुरुग्राम की व्यस्त सड़कों पर मिले। वे जीवित रहने के लिए कबाड़ और आने जाने वालों द्वारा दिए जाने वाले खाने पर निर्भर थे। इन भीड़भाड़ वाली सड़कों पर  तेज गति से आती कारों से बचना और फिर खाने के लिए जद्दोजहद करना ही उनका संघर्ष था।

उनके बारे में हमें सूचना मिलते ही हमारी आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम हरकत में आई और सभी पांच नन्हें कुत्तों को बचाने में कामयाब रही। लेकिन बस इसी से उनकी स्थिति सुधर नहीं जाती : अभी यह सभी पांचों बच्चे अस्थायी देखभाल में सुरक्षित हैं, लेकिन अब उन्हें प्यार करने वाले स्थायी घर की सख्त जरूरत है।

इनमें  से दो बच्चे नर हैं, और तीन मादा हैं। उनका रंग कला और सफेद है।

ये स्वस्थ, चंचल व नटखट अब अपने इंसानी दोस्तों के साथ रहने के लिए तैयार हैं।  इनको गोद लिए जाने के दौरान PETA इंडिया इनके टीकाकरण और नसबंदी की लागत भी वहन करेगा।  यदि आप उन्हें वह देखभाल, ध्यान और स्नेह देने के लिए तैयार हैं जिसके वे हकदार हैं, तो कृपया हमसे [email protected] पर ईमेल या फिर 7045922026 पर कॉल करके संपर्क करें। PETA इंडिया अपने खर्च पर उन्हें गुड़गाँव के आसपास तक की दूरी पर भेजने की व्यवस्था भी करेगा।

साथी जानवरों को गोद लेने से इनका जीवन बचता है और जानवरों को बेघरपान की समस्या से निजात में मदद मिलती है। कृपया हमेशा याद रखें – जानवरों को कभी दुकानों से न खरीदे बल्कि हमेशा किसी बेघर को ही गोद लें। हर बार जब कोई इंसान जानबूझकर किसी कुत्ते को दुकान से खरीदता है तब तब सड़कों पर घूमने वाले या आश्रय घर में इंतजार करने वाले किसी एक कुत्ते को घर मिलने का मौका समाप्त हो जाता है। रेस्क्यू किए गए कुत्ते घर मिलने पर अपने देखभाल करने वाले के प्रति अत्यंत प्रेम दर्शाते हैं और यह अभिभावकों के लिए भी उतना ही फायदेमंद है जितना कि जानवरों के लिए।

हमेशा गोद ले, खरीदें नहीं