रितेश और जेनेलिया देशमुख का ब्रांड Imagine Meats और आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मर्षि मोहनजी PETA इंडिया “वीगन फूड अवार्ड्स 2021” की सूची में शामिल

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विश्व वीगन दिवस (1 नवंबर) और विश्व वीगन माह (नवंबर) से ठीक पहले और ऐसे समय पर जब 63% भारतीय मांस को पेड़-पौधों पर आधारित खाद्य विकल्पों से बदलने के इच्छुक हैं साथ ही 75% लोगों को दूध पचाने में परेशानी होती है, पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया वर्ष 2021 के वीगन फूड अवार्ड्स के विजेताओं की घोषणा कर रहा है। रितेश और जेनेलिया देशमुख के ब्रांड Imagine Meats ने अपने स्वादिष्ट “चिकन” नगेट्स, The Happy Nugs के लिए बेस्ट वीगन मीट का खिताब जीता है। PETA इंडिया द्वारा आध्यात्मिक गुरु एवं मानवतावादी ब्रह्मऋषि मोहनजी को अपने अनुयायियों को दूध के लिए गायों और उनके बछड़ों के साथ की जाने वाली क्रूरता के संबंध में जागरूक करने हेतु सबसे प्रभावशाली शाकाहारी वीगन के विशेष खिताब से सम्मानित किया जाएगा।

 

अन्य विजेताओं की सूची इस प्रकार से हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ प्लांट-बेस्ड मिल्क: Hershey India का सोफिट सोया ड्रिंक केसर पिस्ता
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन चीज़: Katharos Foods का Gooey पिज़्ज़ा चीज़
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन ऑनलाइन स्टोर: वीगन दुकान
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन मीठाई: हल्दीराम की सोन पापड़ी (विशेष नारंगी स्वाद वाली)
  • सर्वश्रेष्ठ शाकाहारी अंडा: PlantMade का वीगन अंडा
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन स्प्रेड: Grabenord का वीगन Chipotle Mayonnaise
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन आइसक्रीम: The Brooklyn Creamery की वीगन चॉकलेट और नारियल
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन घी: Live Yum का प्रीमियम घी
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन छाछ: Happy Calf का Peanut Colada (करी पत्ता)
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन चॉकलेट: MilkinOats की Chalet Almond Crunch
  • सर्वश्रेष्ठ वीगन नाश्ता: Urban Platter की पूरी तरह से पेड़-पौधे से मिलने वाले खाद्य पदार्थों पर आधारित चीज़ बॉल्स (चेडर स्टाइल)

 

अपनी एक वीडियो में ब्रह्मर्षि मोहनजी ने डेयरी उद्योग में पशुओं के साथ की जाने वाली क्रूरता के बारे में बताया:

हम एक बछड़े को उसकी माँ से दूर कर देते हैं जो उस माँ के लिए अत्यंत कष्टकारी होता है। कभी-कभी इस दुख से बछड़ा मर भी जाता है। और फिर हम गाय का दूध निकालते हैं।  इसके चलते एक माँ के रूप में गाय हमेशा अन्याय महसूस करती है। वह अपने साथ हुई घोर यातना को महसूस करती है। उसी कोई खुशी नहीं मिलती। और ऐसे में हम उनका दूध पीते हैं। क्या आपको लगता है कि इससे आपको कोई लाभ होगा? गायों के अंदर जो कुंठा होती है उसी के कारण बीमारियां पैदा होती हैं। इसलिए मैं वीगन जीवनशैली का प्रचार करता हूँ।

मांस, अंडा और डेयरी उत्पाद बड़े पैमाने पर जानवरों की पीड़ा के लिए जिम्मेदार है। सचेत अवस्था में रहने के दौरान मछलियों का दम घोंटा जाता है या उन्हें काटा जाता है, अंडों के लिए मुर्गियों को इतने तंग पिंजरों में कैद किया जाता है जिनमें वह ठीक से अपने पंख भी नहीं फैला पाती, “आधुनिक” डेयरी फार्मों पर बछड़ों को जन्म के कुछ समय बाद ही खींचकर उनकी माताओं से दूर कर दिया जाता है जिससे उनके हिस्से के दूध को मनुष्यों के लिए चुराया जा सके।

वीगन जीवनशैली अपनाने से कैंसरमधुमेहहृदय रोगऔर मोटापे जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है; पर्यावरण संरक्षण एवं ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में अपना योगदान दिया जा सकता है और भविष्य में महामारी के खतरे को भी कम किया जा सकता है। विभिन्न विशेषज्ञों की राय है कि कोविड-19 की शुरुआत जिंदा पशु मांस मंडियों से हुई और SARS, स्वाइन फ्लू और बर्ड फ्लू का कारण भी जानवरों को भोजन हेतु मारना या कैद करना है।

वीगन जीवनशैली अपनाने की प्रतिज्ञा करें