क़ैद से पुनर्वास तक: एक तोते की आज़ादी की कहानी

Posted on by PETA

हम क्लासिक सुपरहीरों जैसे तो नहीं दिखते, लेकिन PETA इंडिया की साहसी टीम मास्क भी पहनती हैं और कई दिलेर क़दम भी उठाती हैं जैसे मुश्किल में पड़े जानवरों को रेस्क्यू करना और उनकी सेहत एवं सुरक्षा का ध्यान रखना। जनता हमसे लगातार मदद हेतु संपर्क करती हैं इसलिए उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें उचित मार्गदर्शन देना व सही सस्थाओं की जानकारी देना हम अपना कर्तव्य समझते हैं। से ही मामले में, केरला के एक तोते की जान बचाई गई जिसे ऐसे तंग पिंजरे में पाँच साल तक क़ैद करके रखा गया था जिसमें वह खुलकर अपने पंख भी नहीं फैला सकता था।

एक जागरूक नागरिक ने PETA इंडिया के आपातकालीन नंबर (+91 9820122602) पर कॉल करके सूचित किया कि कोड़िकोड में एक तोते को किसी रिहायशी घर में ज़बरन तरीके से पाँच सालों से क़ैद करके रखा गया है। यह सूचना मिलने के बाद, PETA इंडिया की टीम ने तत्काल कार्यवाही की। “पाराकीट” नामक भारतीय तोता प्रजाति “वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972” की अनुसूची IV के अंतर्गत संरक्षित प्रजाति हैं और उन्हें पालतू जानवर के रूप में रखने पर 3 साल तक की जेल की सज़ा और रु 25,000 / – तक के जुर्माने या दोनों का प्रावधान है।

PETA इंडिया ने तुरंत तामरस्सेरी के रेंज वन अधिकारी (जिनके पास इस प्रकार के मामलों को संभालने का कानूनी अधिकार है) से संपर्क किया और उनसें इस निर्दोष तोते को ऐसी क्रूर क़ैद से रिहा कराने का आग्रह किया, जहाँ उसकी हर प्राकृतिक ज़रूरत को नज़रअंदाज़ किया जा रहा था। इसके केवल आधे घंटे बाद, वन अधिकारी की टीम ने मौके पर पहुंचकर इस जानवर को रेस्क्यू किया और इसकी पशुचिकित्सकीय जांच के बाद इसे “थामरस्सेरी पुनर्वास केंद्र” भेज दिया गया। यदि यह तोता अपने उड़ने की क्षमता को दोबारा हासिल कर लेता है, तो इसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा और यदि नहीं, तो इसे पुनर्वास केंद्र में एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जीने हेतु छोड़ दिया जाएगा।

लोगों की सतर्कता के बल पर ही, PETA इंडिया इस तोते जैसे अनगिनत जानवरों को खतरनाक, अपमानजनक, दर्दनाक, शोषित और जानलेवा स्थितियों से बचाने में सक्षम हो सका है। PETA इंडिया के “संकट में फसे जानवरों की मदद हेतु मार्गदर्शिका” को पढ़कर जानें कि मुसीबत में घिरे जानवर की सहायता हेतु क्या आवश्यक कदम उठाने चाहिए। आपको कभी भी किसी जरूरतमंद जानवर का सुपरहीरो बनने की अवश्यकता पड़ सकती है।

यहाँ जानिए की जानवर को परेशानी में देख आप क्या कर सकते हैं