PETA इंडिया और PFA की कार्रवाई के बाद, ग्वालियर में कुत्ते के पैर काटने के जुल्म में एक अपराधी को गिरफ़्तार किया गया

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यह ख़बर मिलने के बाद कि किसी अपराधी द्वारा एक कुत्ते के पैर क्रूरतापूर्ण ढंग से बांधकर, चाकू का प्रयोग करके काट दिए गए और इसे रोड से मार-मारकर मौत के घाट उतार दिया गया, पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया के कर्मचारी मीत अशर ने पीपल फॉर एनिमल्स (इंदौर) के प्रियान्शु जैन, स्थानीय कार्यकर्ता छाया तोमर और ग्वालियर पुलिस की मदद से ‘भारतीय दंड संहिता’ की धारा 429 एवं “पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960” की धारा 11 (1) (ए) के अंतर्गत FIR दर्ज़ करवाई है। इस क्रूर घटना की एक वीडियो बहुत वाइरल हुई थी जिसे यहाँ देखा जा सकता है।

PETA इंडिया के इमरजेंसी रिस्पांस कोऑर्डिनेटर मीत अशर ने कहा, “PETA इंडिया ग्वालियर पुलिस द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करता है जिससे यह संदेश जाएगा कि जानवरों के खिलाफ़ क्रूरता को सहन नहीं किया जाएगा। जो लोग जानवरों के प्रति क्रूरता करते हैं वे अक्सर मनुष्यों को भी नुकसान पहुँचाते हैं इसलिए सभी की सुरक्षा हेतु ज़रूरी हैं कि जनता जानवरों के प्रति क्रूरता के मामलों की रिपोर्ट दर्ज़ कराए।“

PETA इंडिया इस अभियुक्त की मनोदशा का मूल्यांकन और काउंसलिंग की सिफारिश करता है क्योंकि जानवरों के प्रति शोषण के कृत्य एक गहरी मानसिक अशांति को इंगित करते हैं। शोध से पता चला है कि जो लोग जानवरों के खिलाफ क्रूरता करते हैं, वह आगे चलकर जानवरों या मनुष्यों को भी चोट पहुंचाने का प्रयास करते हैं। उदाहरण के लिए, केरल में अमीरुल इस्लाम को विधि की एक छात्रा जीशा का बलात्कार कर उसकी हत्या करने के लिए मौत की सजा सुनाए गयी जबकि उससे पहले वह कुत्तों और बकरियों का बलात्कार कर उन्हें मार चुका था। घरेलू हिंसा पीड़ितों पर किए गए एक अध्ययन में 60% महिलाओं ने माना कि उनके अत्याचारी पार्टनरों ने उनके कुत्तों या अन्य जानवरों को भी नुकसान पहुंचाया या मार दिया।

हम देश के ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम’, 1960 को मजबूत करने के लिए लंबे समय से अभियान चला रहा है। यह कानून और इसके दंड प्रावधान बहुत पुराने और अप्रासंगिक है, जैसे इसके अंतर्गत पहली बार जानवरों पर अपराध का दोषी पाये जाने पर महज़ 50 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। PETA इंडिया ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर PCA अधिनियम, 1960 के अंतर्गत पशु क्रूरता के खिलाफ़ कठोर दंड प्रावधानों की सिफारिश करी है।

पशुओं पर क्रूरता करने वालों के लिए कठोर दंड प्रावधानों की मांग करें