इंडिया की शिकायत के बाद, असम पुलिस घरेलू जानवरों को लावारिस छोडने वालों पर कार्रवाई करेगी

Posted on by PETA

PETA इंडिया द्वारा असम के पुलिस महानिदेशक को लिखे गए पत्र के बाद, राज्य पुलिस मुख्यालय ने गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त और सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को एक आदेश जारी कर यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है गया कि COVID-19 के डर से घरेलू जानवरों को छोड़ देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए व साथ ही साथ पशु बिक्री करने वाले उन दुकान मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं जिन्होंने जानवरों को बंद करके भोजन पानी से वंचित रखकर पीड़ित होने दिया। दिनांक 11, 23 और 24 मार्च को जारी अपनी एडवायजरी में भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड (AWBI) ने भी इस तरह की कार्यवाही के दिशानिर्देश दिए थे।

sad dog street india

विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (द वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ) का कहना है- “COVID-19 का मौजूदा प्रसार मानव से मानव संक्रमण का परिणाम है। आज तक, इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि घरेलू जानवर इस बीमारी का वायरस फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए ऐसे कोई कदम नहीं उठाए जाने चाहिए जिससे इन पशुओं के कल्याण के साथ समझौता हो“

PETA इंडिया ने अपने पत्र में  कहा है कि 11 मार्च की एक एडवाइजरी में, AWBI ने लिखा है किकुछ लोग अपने घरेलू जानवरों को बिना भोजन और पानी के सड़कों पर लावारिस छोड़ रहे हैं और राज्यों और संघ के कानून-प्रवर्तन अधिकारियों से आग्रह किया है कि हर क्षेत्र में  ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए । 23 मार्च को जारी एक अन्य एडवाइजरी के माध्यम से, AWBI ने अनुरोध किया था कि कानून-प्रवर्तन प्राधिकरण यह सुनिश्चित करे कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी जानवर भूख से पीड़ित न हो। 24 मार्च को, AWBI ने जिला अधिकारियों को यह भी सलाह दी कि, पर्याप्त भोजन, पानी, या वेंटिलेशन से वंचित पशु बिक्री वाली दुकानों को खोजकर अगर आवश्यकता हो तो उन जानवरों को बचाना चाहिए।

द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स एक्ट, 1960 की धारा 3 और 11 के तहत, अभिभावक का  पशु को पर्याप्त भोजन, पानी, या आश्रय प्रदान न करना व उस जानवर को भूख और प्यास से पीड़ित होने के लिए लावारिस छोड़ देना एक दंडनीय अपराध है।

COVID-19 महामारी के दौरान अगर आप किसी व्यक्ति को कुत्ते या बिल्ली के साथ क्रूर और दुर्व्यवहार करते हुए देखें यह कदम उठा सकते हैं

PETA इंडिया डायरेक्टर्स जनरल ऑफ पुलिस से आग्रह करता है कि घरेलू पशुओं को छोड़ देने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए

पशुओं से संबन्धित किसी प्रकार की मदद के लिए, PETA इंडिया के आपातकालीन नंबर+91 9820122602 पर कॉल करें।