बाल दिवस से ठीक पहले 1 लाख से अधिक स्कूली छात्रों ने सरकार से प्रदर्शन हेतु हाथियों के प्रयोग पर रोक लगाने का अनुरोध किया जिसमें कई मशहूर हस्तियों के बच्चे शामिल हैं

Posted on by Sudhakarrao Karnal

बाल दिवस (14 नवंबर) के ठीक समय पर, फराह खान कुंदर के बच्चे, आन्या, जार और दिवा कुंदर; शिल्पा शेट्टी कुंद्रा के बेटे, वियान राज कुंद्रा; और रवीना टंडन थडानी के बच्चे, राशा और रणबीर थडानी सहित विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के 1,00,000 से अधिक छात्रों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर करके भारत के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी एवं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री जी से हाथी को संरक्षित प्रजातियों की सूची में शामिल करने के अनुरोध किया जिससे उनका मनोरंजन के लिए उपयोग न किया जाए। इस प्रकार के मनोरंजन साधनों में सर्कस और सवारी शामिल है। इस सूची में भालू, बंदर, बाघ, तेंदुआ और शेर जैसे जानवर पहले से ही शामिल हैं। इन सभी हस्ताक्षरित याचिकाओं को संबंधित मंत्रालयों को प्रस्तुत किया जा चुका है।

हाथियों को अक्सर मार-पीट के द्वारा नियंत्रित किया जाता है, उन्हें अक्सर पशु चिकित्सा देखभाल या पर्याप्त पोषण से वंचित रखा जाता है। कई कई घंटों तक जंजीर में जकड़े रहने से इन हाथियों के पैर में दर्द होता है और घाव बन जाते हैं। वह आमतौर पर गंभीर मनोवैज्ञानिक संकट से भए एपीड़ित रहते हैं और उसके लक्षण साफ दिखाई देते हैं जैसे सिर को गोल गोल हिलना, सिर पटकना, या फिर सिर को आगे पीछे की स्थिति में हिलाते रहना जबकि प्रकृतिक महोल में रहने वाले हाथियों में इस तरह का व्यवहार देखने को नहीं मिलता। निराशा व हताशा के शिकार यह कैदी हाथी आमतौर पर अपने महावतों या उनके आसपास के अन्य लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं या मार देते हैं। हेरिटेज एनिमल टास्क फोर्स द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, बंदी हाथियों ने 15 साल की अवधि में केरल में 526 लोगों को मार डाला।

हाथी अत्यधिक बुद्धिमान और सामाजिक जानवर होते हैं, और अपने प्राकृतिक आवास में अपना पूरा जीवन अपने परिवारों के साथ व्यतीत करते हैं। जंगल में उनका घर 800 वर्ग किलोमीटर तक फैला हो सकता है, और वे भोजन के लिए विशाल क्षेत्रों में घूमते हैं। हाथी समस्याओं को हल करने के लिए एक साथ काम करते हैं और अपने सबसे बड़े रिश्तेदारों के ज्ञान, निर्णय शक्ति और अनुभव पर भरोसा करते हैं। यह जानवर संरक्षित प्रजाति के जानवरों को दी जाने वाली सुरक्षा के पूर्ण अधिकारी हैं।

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