संगरोध की प्रक्रिया पूर्ण कर, चेन्नई पोर्ट पर रखी गयी बिल्ली तीन माह उपरांत रिहा हो गयी है

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24 May 2020

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PETA इंडिया, श्रीमति मेनका गांधी, डॉ. चिन्नी कृष्णा एवं द कैटिट्यूड ट्रस्ट लगातार इस बिल्ली की रिहाई की मांग कर रहे थे।

चेन्नई – चीन से आने वाली शिप में एक कंटेनर में छुप कर दिनांक 17 फरवरी 2020 को गलती से भारत पहुंची बिल्ली को तीन माह अब कैटिट्यूड ट्रस्ट के हवाले कर दिया गया है जो अब गोद लिए जाने हेतु तैयार है। पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया, श्रीमति मेनका गांधी, ब्लू क्रॉस ऑफ इंडिया के सह संस्थापक डॉ. चिन्नी कृष्णा तथा कैटिट्यूड ट्रस्ट के सहयोग से PETA इंडिया पिछले तीन माह से इस बिल्ली की रिहाई हेतु प्रयास कर रहा था। दिनांक 19 अप्रेल को केंद्र सरकार ने “चेन्नई पशु संगरोध एवं प्रमाणन सेवाएँ” (AQCS) को निर्देशित किया था की बिल्ली को 30 दिन तक संगरोध (अलग रखने) के बाद उसे रिहा कर दिया जाए। तमिलनाडु पशुपालन, डेयरी, एवं मतस्य विभाग ने भी इस बिल्ली की रिहाई में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। इससे पूर्व बिल्ली के इस तरह भारत पहुँच जाने व उसे पोर्ट में रख लिए जाने पर फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियों जैसे सोनल कपूर आहूजा, सनी लिओनि, पूजा भट्ट, प्रियामनि राज, राहुल खन्ना वा अश्मित पटेल ने इस बिल्ली की रिहाई हेतु अपील की थी।

इस से पहले, कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका एवं कानूनी रुकवटों के चलते इस बिल्ली को वापिस चीन भेजे जाने की योजना थी लेकिन PETA इंडिया के वेट्रिनरी सेवाओं की मैनेजर डॉ. रश्मि गोखले ने AQCS को पत्र लिख कर सुझाव दिया था की जब तक इस बिल्ली को कोई गोद लेने वाला घर नहीं मिल जाता तब तक PETA इंडिया इस बिल्ली की देखभाल करने के लिए तैयार है। डॉ. रश्मि गोखले ने चेन्नई कस्टम ज़ोन अधिकारियों को भी एक पत्र लिखकर अवगत कराया था की COVID 19 का संक्रमण बिल्लियों से इन्सानों में नहीं फैलता।

एक RTI के जवाब में दिनांक 27 अप्रेल को AQCS से मिले जवाब से पता चला था कि मतस्य, पशुपालन, एवं डेयरी मंत्रालय के अधीन पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने दिनांक 19 मार्च को यह कहा था कि “मंत्रालय से मिले निर्देशानुसार, बिल्ली को 30 दिन तक संगरोध करने व उसके उपरांत उसके आवश्यक टेस्ट करने के बाद ही बिल्ली को किसी देखभालकर्ता के सुपुर्द किया जाएगा”।

चेन्नई कस्टम अधिकारियों ने कल उक्त बिल्ली को द कैटिट्यूड को सौंप दिया। वह बिल्ली अब इस संस्था की देखरेख में सुरक्शित है, द कैटिट्यूड ट्रस्ट वर्ष 2005 से चेन्नई में सामुदायिक बिल्लियों के कल्याण हेतु कर रहा है।  इस बिल्ली की त्वचा गहरे भूरे रंग की है, पाँव सफ़ेद हैं व शरीर से स्वस्थ एवं हस्टपुष्ट है।जिस किसी को भी यह बिल्ली गोद लेनी हो कृपया हमें [email protected] पर ई मेल करें।

PETA इंडिया जिसका एक सिद्धांत यह भी है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं है”, प्रजातिवाद का विरोध करता है क्योंकि यह मनुष्य की वर्चस्ववादी विचारधारा का परतीक है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हामारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ।

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