PETA इंडिया ने उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग की प्रतिक्रिया में ‘Go Vegan’ बिलबोर्ड लगवाए

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23 April 2021

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Dr Kiran Ahuja; [email protected]

देहरादून –उत्तराखंड के जंगलों को पिछले छह महीनों से जलवायु परिवर्तन के चलते भयनाक आग का सामना करना पड़ रहा है। इस आग का प्रमुख कारण बारिश में दर्ज़ की गई भारी कमी और बढ़ता तापमान है। इसी संदर्भ में पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) द्वारा देहारादून शहर में बिलबोर्ड लगवाकर लोगों से वीगन जीवनशैली अपनाने और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने का अनुरोध किया गया है।

PETA इंडिया द्वारा यह बिलबोर्ड चकराता रोड, बिंदाल ब्रिज, बिंदाल तिराहा, तिलक नगर, देहरादून, उत्तराखंड 248001 में लगवाया गया है।

PETA इंडिया की वीगन आउटरीच कॉर्डिनेटर डॉ. किरण आहूजा ने कहा, “हमारे जंगलों के जलने का प्रमुख कारण जलवायु परिवर्तन है जिसकी बड़ी वजह मांस, अंडा और डेयरी उद्योग हैं। PETA इंडिया के यह बिलबोर्ड लोगों से वीगन जीवनशैली अपनाकर जलवायु परिवर्तन के खिलाफ़ चल रही लड़ाई में अपना योगदान देने का अनुरोध करते हैं।“

कुछ अनुमानों के अनुसार, पशु कृषि (अर्थात व्यवसाय के दृष्टिकोण से जानवरों का पालन-पोषण एवं उनकी हत्या) के कारण पूरे विश्व में होने वाले परिवहन से भी ज़्यादा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। University of Oxford के शोधकर्ताओं के अनुसार, केवल मांस और डेयरी उत्पादों का त्याग करके अपने कार्बन फूटप्रिंट को 73 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है और यह इस ग्रह पर अपने नकारात्मक प्रभाव को कम करने का सबसे सफ़ल तरीका है।

वीगन जीवनशैली से न केवल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ़ लड़ाई को ज़ोर मिलता है बल्कि इससे कई पशुओं को अंतहीन पीड़ा से भी बचाया जा सकता है। वर्तमान समय में मांस, अंडा एवं डेयरी उद्योग के अंतर्गत जानवरों को बड़े-बड़े गोदामों में घुटन का जीवन जीने के लिए मज़बूर किया जाता है। मुर्गियों के सचेत अवस्था में होते हुए उनके गले काट दिये जाते हैं, गायों को जबरन अपने बछड़ों से अलग किया आता है, सूअरों को पीड़ानाशक दिए बिना उनके शरीर के अंगों को काटा दिया जाता है और मछलियों को जिंदा रहते ही खुलेआम काट दिया जाता है।

PETA इंडिया इस सिद्धांत में विश्वास रखता है ― “जानवर हमारा भोजन बनने के लिए नही हैं”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी विचारधारा है जिसमे इंसान स्वयं को इस दुनिया में सर्वोपरि मानकर अपने फायदे के लिए अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। आप हमारी मुफ़्त वीगन स्टार्टर किट भी ऑर्डर कर सकते हैं जिसमें कई खाद्य नुस्खे, वीगन व्यंजन विधियाँ, आदि उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ या आप हमें Twitter, Facebook, या Instagram पर फॉलो भी कर सकते हैं।

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