बॉलीवुड के गायकों की प्रधान मंत्री जी से माँग – “जानवरों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों हेतु कठोर दंड व्यवस्था हो”

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विश्व संगीत दिवस (21 जून) के उपलक्ष्य में बॉलीवुड के महशूर गायक नेहा कक्कड़, टोनी कक्कड़, जसलीन रॉयल, निकिता गांधी तथा शाश्वत सिंह ने PETA इंडिया की ओर से अपील पर हस्ताक्षर कर प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध किया है कि पशुओं के जीवन में सामंजस लाने हेतु “पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960” को और मजबूत बनाया जाए। इस कानून के तहत, जो कि पशुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र भारत का सबसे मजबूत कानून है, के तहत पशुओं के खिलाफ क्रूरता एवं दुर्व्यवहार का पहली बार अपराधी साबित होने पर महज़ 50 रुपये जुर्माने का प्रावधान है।  जुर्माने एवं दंड की यह सज़ा बहुत कम है व आज के समय के अनुसार अपर्याप्त है

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PETA इंडिया ने हाल ही में घटी पशु क्रूरता की एक घटना का हवाला दिया है जिसमे केरल में एक गर्भवती हथिनी को फल में डालकार विस्फोटक खिलाया गया था तथा हिमांचल प्रदेश में घटी एक अन्य घटना में एक गर्भवती गाय को आटे के गोले में लपेटकर विस्फोटक खिलाया गया था। यह घटनाएँ साबित करती हैं कि पशुओं पर अपराध करने वालों हेतु कठोर दंड व्यवस्था स्थापित करके पशुओं को क्रूरताओं से बचाए जाने की सख्त आवश्यकता है।

पशुओं पर क्रूरता को बहुत पहले से ही खतरनाक मानसिक्ता माना गया है। घरेलू हिंसा का शिकार हुई महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में 60 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि उनके पार्टनर ने पहले उनके कुत्ते या किसी न किसी अन्य पशु की या तो जान ले है या चोटिल किया है।

पशुओं पर दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ कठोर दंड व्यवस्था के मांग करने में हमारा साथ दें :

कमजोर दंड व्यवस्था के कारण क्रूरता का शिकार हो रहे जानवरों की मदद करें