PETA इंडिया की शिकायत पर पोल्ट्री उद्योग के धोखाधड़ी वाले विज्ञापन को हटाया गया।

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PETA इंडिया से मिली शिकायत पर विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) द्वारा कार्यवाही करते हुए, कर्नाटक पोल्ट्री फार्मर्स एंड ब्रीडर्स एसोसिएशन तथा वैंकोब जो कि ऑल इंडिया पोल्ट्री डेवलपमेंट एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का ही एक हिस्सा है, के द्वारा दिये गए भ्रामक विज्ञापन को हटा लिया गया है। इस विज्ञापन में उक्त कंपनियों द्वारा दावा किया गया था कि चिकन मांस खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शिकायत के उपरांत काउंसिल ने PETA इंडिया को सूचित कर बताया कि “शिकायतकर्ता के दावे कार्यवाही की गयी है जिसके उपरांत विज्ञापनदाता ने तत्काल रूप से फेसबुक से इस विज्ञापन को हटा दिया है“

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बाद में, ASCI ने बताया, “हमने पोल्ट्री फार्मर्स एंड ब्रीडर्स एसोसिएशन महाराष्ट्र और वेंकीज़ चिकन को लिखा है और विज्ञापनदाताओं से आपत्तिजनक विज्ञापनों को हटाने के लिए कहा है।“

जीवित जानवरों के गंदे बाजार एवियन फ्लू और अन्य बीमारियों को फैलाने के माध्यम होते हैं, जो इन प्रजातियों से निकाल कर अन्य प्रजातियों तक फैलते हैं। यह जानते हुए भी, चिकन मांस की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए “चिकन खाओ कोरोना भगाओ !!” स्लोगन के माध्यम से झूठा दावा करना लोगों को धोखा देने वाला प्रयास है।

COVID-19 के लिए अब तक कोई भी वैक्सीन या इलाज उपलब्ध नहीं हो पाया है और ना ही कोई ऐसा वैज्ञानिक प्रमाण है जो यह दावा कर्ता है कि मांस खाने से प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है या बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है। वास्तव में, नॉवेल कोरोना वायरस एक मांस बाजार से उत्पन्न हुआ है और इसका प्रसार चीन, इटली, स्पेन और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में सबसे अधिक पाया गया है, जहां चिकन आमतौर पर खाया जाता है। अपने COVID-19 दिशानिर्देशों में, विश्व स्वास्थ्य संगठन लोगों से “जीवित जानवरों के साथ सीधे संपर्क में आने से और जीवित पशु बाजारों में जानवरों के प्रत्यक्ष संपर्क से बचने का आग्रह करता है।“ भरात में ज्यादातर लोग चिकन मांस इसी तरह के जीवित पशु बाजारों से ख़रीदते हैं ।

माना जाता है कि, घातक महामारियां जैसे स्वाइन फ़्लू, बर्ड फ़्लू, SARS, HIV, इबोला और अन्य ज़ूनोटिक बीमारियाँ माँस हेतु किए जाने वाले पशुपालन या भोजन के लिए जानवरों को पकड़ने या उनका उपयोग करने से पैदा होती हैं। पैथोजेन्स पशुपालन केन्द्रों में, मांस बाजारों में और बूचड़खानों से शुरू होते है जहाँ गंदगी होती है और यह स्थितियाँ इनको पनपने के लिए उपयुक्त होती है जो बाद में अन्य प्रजातियों में फैलती हैं।

हर एक व्यक्ति जो वीगन जीवनशैली अपनाता है उसे संक्रामक रोगों से सामना करने के लिए मदद तो मिलती ही है साथ ही उसकी हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से बचने की क्षमता भी बढती है, इसके अलावा वह संवेदनशील जानवरों को उनकी दैनिक पीड़ा से और उनको भयानक मौत से भी बचाता है।

जानलेवा बीमारियाँ पैदा करने वाली पशु मंडियों को बंद करवाने में हमारी मदद करें।