भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ परिवार सहित PETA इंडिया की 25वीं वर्षगांठ समारोह में मुख्य अथिति बनें

Posted on by Surjeet Singh

PETA इंडिया ने अपनी 25वीं वर्षगांठ दिल्ली के ताज पैलेस, चाणक्यपुरी में मनाई। इस अवसर पर भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और PETA इंडिया के ‘2024 के सबसे प्रभावशाली वीगन’ पुरस्कार विजेता, डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़, अपने परिवार संग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ चमड़ा-मुक्त फैशन डिजाइनर रीना ढाका भी इस आयोजन का हिस्सा बनीं। कार्यक्रम में, PETA संगठनों की संस्थापक इंग्रिड न्यूकिर्क ने पशु संवेदनशीलता पर अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि हर जीव, चाहे बड़ा हो या छोटा, महत्वपूर्ण है। हाल ही में, डॉ. चंद्रचूड़, उनकी पत्नी कल्पना दास और उनकी दोनों बेटियों ने PETA इंडिया के एक खास वीडियो में साझा किया था कि उनका पूरा परिवार वीगन जीवनशैली का पालन करता है और यह निर्णय उन्होंने अपनी बेटियों की दयालुता से प्रेरित होकर लिया है।

“PETA इंडिया ने पिछले 25 सालों में उल्लेखनीय काम किया है, और जो एक छोटे से आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था, वह अब पूरे भारत और उसके बाहर फैल चुका है। हम मानते हैं कि करुणा, प्रेम और दया फैलाने में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका है, और याद रखें कि इस ग्रह पर अन्य प्रजातियों के पास हमें सिखाने के लिए बहुत कुछ है।” – भारत के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश डॉ. डीवाई चंद्रचूड़, जो PETA इंडिया की 25वीं वर्षगांठ समारोह में अपने परिवार के साथ मुख्य अतिथि थे।

“डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ और उनका परिवार न केवल वीगन जीवनशैली और पशु संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी है। PETA इंडिया के लिए यह गर्व की बात है कि वे हमारी 25वीं वर्षगांठ के इस खास अवसर पर हमारे साथ हैं, जहां हम पशुओं के अधिकारों की दिशा में मिली अपनी महत्वपूर्ण सफलताओं का जश्न मना रहे हैं।”- पूर्वा जोशीपुरा, निदेशक PETA इंडिया

 

 

PETA इंडिया ने पशु अधिकारों और कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • मेकअप और कॉस्मेटिक्स के उत्पाद बनाने के लिए क्रूर पशु परीक्षण पर प्रतिबंध लगाने, पशुओं पर परीक्षण करके बनाए गए कॉस्मेटिक्स प्रोडक्टस को इम्पोर्ट करने पर रोक लगाने और घरेलू उपयोग के उत्पादों पर पशु परीक्षण समाप्त करने में मदद करना।
  • 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गर्भवती माता सूअरों को छोटे और कष्टदायक पिंजरों में रखने पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रेरित करना।
  • मसाबा गुप्ता, गौरव गुप्ता, रॉकी स्टार, सिद्धार्थ टाइटलर और विक्रम फडनीस जैसे कई प्रसिद्ध फैशन डिजाइनरों को अपने डिजाइनों में चमड़े का इस्तेमाल ना करने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटक में 50 से अधिक ग्रेहाउंड दौड़ों (कुत्तों की दौड़ों) को रुकवाना।

PETA इंडिया की 25 वर्षों की उपलब्धियों वाला वीडियो :

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