पशु अधिकार जागरूकता सप्ताह पर PETA इंडिया ने नागपुर में ‘बिल्ली’ और ‘कुत्ते’ की पोशाक में दी ABC – पशु जनसंख्या नियंत्रण की पाठशाला

Posted on by Surjeet Singh

पशु अधिकार जागरूकता सप्ताह (16 से 22 जून) के मौके पर, PETA इंडिया के दो समर्थक बिल्ली और कुत्ते की पोशाक पहनकर नागपुर की सड़कों पर उतरे। उन्होंने एक ब्लैकबोर्ड लगाया और लोगों को ABC – यानी Animal Birth Control (पशु जनसंख्या नियंत्रण) के बारे में जागरूक करने के लिए एक छोटी सी क्लास ली।

‘पप्पी प्रोफेसर’ और ‘किटी टीचर’ ने लोगों को याद दिलाया कि पालतू पशुओं की नसबंदी (Sterilisation) उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करती है — और यह बेघर पशुओं की संख्या को कम करने का सबसे असरदार तरीका है।

हर साल लाखों कुत्ते और बिल्ली जैसे पशु सड़कों पर भटकते हैं या आश्रयों (shelters) में पड़े रहते हैं, क्योंकि उनके लिए अच्छे घर नहीं मिल पाते।
PETA इंडिया ने सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने पालतू पशुओं की नसबंदी करवाएं, स्थानीय नसबंदी कार्यक्रमों का समर्थन करें, और पालतू पशु खरीदने के बजाय गोद लें, ताकि नए पशुओं का जन्म न हो और पहले से मौजूद बेघर पशुओं को एक अच्छा जीवन मिल सके।

भारत में लगभग 6 करोड़ से ज़्यादा बेघर कुत्ते और बिल्ली जैसे पशु सड़कों पर रह रहे हैं, जहां वे भूखे रहते हैं, कई बार जानबूझकर मारे या घायल किए जाते हैं, गाड़ियों से कुचले जाते हैं, या अत्याचार का शिकार होते हैं। इसके अलावा लगभग 88 लाख पशु आश्रयों में बंद हैं, क्योंकि उनके लिए कोई घर नहीं है।

समाधान: ABC – पशु जनसंख्या नियंत्रण

पशुओं की नसबंदी ही सबसे आसान और असरदार समाधान है। नसबंदी से न केवल नए बेघर पशु पैदा होने से रुकते हैं, बल्कि इससे पशुओं को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाव मिलता है। खासकर नर पशुओं की नसबंदी उन्हें इधर-उधर भटकने और लड़ने से रोकती है।

पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत बने Animal Birth Control Rules, 2023 के अनुसार, सामुदायिक कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की ज़िम्मेदारी स्थानीय निकायों (जैसे नगर निगम, नगरपालिका या पंचायत) की होती है। PETA इंडिया ने सभी पशु-पालकों से अनुरोध किया है कि वे अपने पालतू पशुओं की नसबंदी करवाएं, ताकि पहले से जन्मे पिल्लों और बिल्ली के बच्चों को एक अच्छा घर मिलने का मौका मिल सके।

अपने घरेलू पशुओं की नसबंदी करवाएँ

हमेशा पशुओं को गोद लेने का संकल्प लें, कभी भी खरीदें नहीं