“गाय प्रशंसा दिवस” से ठीक पहले PETA इंडिया द्वारा चमड़े के खिलाफ हवाईअड्डे पर नए विज्ञापन में संदेश- “Cruelty doesn’t fly”

Posted on by Erika Goyal

बैंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई के हवाईअड्डों से यात्रा करने वाले यात्री PETA इंडिया के नए विज्ञापन देखकर स्तब्ध हो गए जिनमें गाय के शरीर को चमड़े के हैंडबैग के रूप प्रदर्शित करते हुए संदेश लिखा है- “आपके कैरी बैग के लिए उनकी हत्या कर दी गयी? Cruelty doesn’t fly वीगन बनें!”। 12 जुलाई “गाय प्रशंसा दिवस” (काऊ एप्रिसिएशन डे) से ठीक पहले PETA इंडिया ने उपरोक्त हवाई अड्डों पर सामान ढोने वाली ट्रॉलियों पर यह विज्ञापन पोस्टर लगाए हैं और यह विज्ञापन जुलाई का पूरा महीना लगे रहेंगे।

भारत में चमड़े के लिए इस्तेमाल होने वाले जानवरों को हर मौसम में बूचड़खानों की भीषण यात्रा के दौरान भोजन और पानी से वंचित कर दिया जाता है। भीड़भाड़ वाले ट्रकों में ठूस ठूस कर भरा जाता है जिसके चलते परिवहन के दौरान उनकी हड्डियाँ टूट जाती हैं, वह कुचल जाते हैं या मौत का शिकार होते हैं। बूचड़खाने पहुंचने पर उन्हें घसीटते हुए अंदर ले जाया जाता है और फिर एक एक करके साथी जानवरों के सामने खुलेआम उनके गले काट दिये जाते हैं। हालांकि भारत के बहुत से राज्यों में गौहत्या प्रतिबंधित है फिर भी भारत के विभिन्न हिस्सों में मांस और चमड़े के लिए गाय, बैल और भैंसों की हत्या की जाती है।

चमड़े के उत्पादन में जानवरों के साथ क्रूरता एक सामान्य बात है साथ ही गोजातीय चमड़ा सबसे अधिक प्रदूषणकारी सामग्री है, और जानवरों की खाल से बनाया जाने वाला चमड़ा जलवायु तबाही में योगदान देता है और इस व्यवसाय में काम करने वाले श्रमिकों को गंभीर स्वास्थ समस्याओं का कारण बनता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बांग्लादेश के चमड़े के कमाना क्षेत्रों में, चमड़ा उद्योग में काम करने वाले 90% श्रमिक जिनमे बच्चे भी शामिल हैं जहरीले रासयानों के संपर्क में रहने के कारण 50 वर्ष की आयु से पहले ही मर जाते हैं।

वैश्विक वीगन चमड़े के बाजार को वर्ष 2028 तक 80.55 आमेरिकी बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। इस आधुनिक युग में अब पहले से कहीं अधिक तरीके हैं जिसके चलते सिंथेटिक सामग्री से तैयार शानदार वीगन चमड़ा तैयार किया जाता है जैसे अनानास के पत्तों, कॉर्क, फलों के कचरे, पुर्नवीनीकरण किए गए प्लास्टिक, मशरूम, शहतूत के पत्ते, सागौन के पत्ते, मंदिरों से फेंके गए पुराने फूल, नारियल का कचरा और टमाटर के मिश्रण से बनाकर वीगन चमड़ा तैयार हो रहा है।

फैशन का भविष्य भी स्टाइलिश और वीगन ही है क्यूंकी प्रख्यात फैशन डिज़ाइनर्स  जैसे गौरव गुप्ता, मोनिका और करिश्मा, अनीथ अरोड़ा, रीना ढाका, मसाबा गुप्ता, विक्रम फडनीस, रॉकी एस, अक्षत बंसल, सिद्धार्थ टाइटलर, श्यामल और भूमिका, और राणा सहित कई अन्य प्रमुख डिजाइनरों ने संकल्प लिया है की वह अपने समस्त डिज़ाइनों के लिए अब केवल वीगन चमड़े का ही इस्तेमाल करेंगे।

गाय प्रशंसा दिवस”  एक अमेरिकी फास्ट फूड श्रंखला द्वारा अपने प्रतिस्पर्धियों के गौमांस वाले उत्पादों के खिलाफ अपने चिकन उत्पादों की बिक्री हेतु मार्केटिंग टूल के रूप में बनाया गया था, लेकिन PETA US ने इस दिवस को जनता के लिए जागरूकता दिवस के रूप में मनाने के लिए हाईजैक कर लिया और लोगों को संदेश दिया कि गाय और मुर्गियां दोनों ही मायने रखती हैं और महज़ हमारे भोजन के लिए कोई भी नहीं मरना चाहता।

हमेशा वीगन उत्पादों की ख़रीदारी करें!