बढ़ते तापमान के बीच जानवरों को तप्ति गर्मी से बचाव के दस सुझाव

Posted on by PETA

मौसम के साथ बढ़ते तापमान के बीच, जानवरों की रक्षा हेतु नीचे कुछ महत्वपूर्ण सुजाव दिए गए हैं:

  1. अपने साथी कुत्ते को घर के अंदर रखें:  मनुष्यों के उलट, कुत्ते केवल अपने पैरों के पंजों से ही पसीना निकाल पाते हैं और हाँफकर खुद को ठंडा रखने का प्रयास करते हैं। यह जानवर तेज़ गर्मी के कारण मानसिक तनाव एवं ‘ब्रेन डैमेज’ जैसी ख़तरनाक शारीरिक बीमारियों का शिकार हो सकते हैं जिसके चलते उनकी मृत्यु भी हो सकती है।
  2. अपने घर में बिल्लियों के लिए एक ठंडा स्थान बनाए: अपने घर में बिल्लियों के लिए एक ठंडा एवं हवादार स्थान बनाए और इसकी खिड़कियों पर सुरक्षात्मक जाली ज़रूर लगवाएं।
  3. अपने साथी जानवर के बाल नियमित रूप से झाड़ें: हफ़्ते में एक दो बार अपने साथी जानवर के बाल ज़रूर झाड़ें जिससे उनके कमज़ोर बाल शरीर से अलग हो सकें और इस बढ़ती गर्मी में वह सहज़ महसूस कर सकें।
  4. जानवरों को कभी भी बंद गाड़ियों में न छोड़ें: कभी भी गर्मी के मौसम में, कुत्तों को केवल कुछ समय के लिए भी बंद गाड़ी में नहीं छोड़ना चाहिए फिर चाहे गाड़ी की खिड़की थोड़ी सी खुली हो । ऐसा इसलिए क्योंकि सामान्यतः 41 डिग्री तापमान के बीच, गाड़ी के अंदर का तापमान छाया में ख़तरनाक 45 डिग्री और सूरज की तेज़ किरणों के बीच जानलेवा 71 डिग्री तक बढ़ सकता है। भले ही गाड़ी पर सीधी धूप ना आ रही हो फिर भी गाड़ी में फंसे कुत्ते तेज़ गर्मी के कारण कुछ ही समय में ‘हीटस्ट्रोक’ का शिकार हो सकते हैं।
  5. बेघर जानवरों को भोजन-पानी दें: अपने घर के बाहर या किसी अन्य स्थान पर बेघर या काम करने वाले जानवरों के लिए मिट्टी के बर्तन में ठंडा और साफ पानी रखें। इस प्रकार के मिट्टी के बर्तन सस्ते होते हैं और इनमें पानी ठंडा रहने के साथ-साथ बाहर गिरता भी नहीं है।
  6. पक्षियों को पानी दें: अपने घर की किसी खिड़की, छज्जे, छत और बगीचे में पक्षियों के लिए पानी ज़रूर रखें और इस पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
  7. काम करने वाले जानवरों को थोड़ा आराम दें: बैल, खच्चर और गधे जैसे जानवरों से काम लेने वाले मालिकों से अनुरोध करें कि वो जानवरों को छाया में कुछ देर आराम करवाएँ ख़ासकर तप्ति गर्मी के मौसम में उन पर पानी छिड़कर उन्हें ठंडक पहुंचाएं। उनके लिए नियमित रूप से पीने के पानी और हरे चारे की व्यवस्था करें।
  8. जानवरों को स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ दें: काम करने वाले जानवरों को ताज़ा फल और सब्जियां देना उनकी सेहत हेतु काफ़ी लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह स्वाद में मीठे होने के साथ-साथ शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करते हैं।
  9. अगर आप किसी जानवर को “हीटस्ट्रोक” से पीड़ित पाते हैं तो तुरंत कार्यवाही करें: हीटस्ट्रोक का सबसे बड़ा संकेत है जानवर का लंबी-लंबी सांसें लेना और असामान्य रूप से सिर हिलना। ऐसी स्थिति में तुरंत जानवर के शरीर पर बहुत-सा पानी डालकर उसे ठंडा करें, गीले तौलिये से उसके शरीर को पोछे और मौके पर किसी पशुचिकित्सक को बुलाने का प्रयास करें या स्वयं जानवर को पशु-अस्पताल लेकर जाएँ।
  10. हमेशा सतर्क रहें और जानवरों का जीवन बचाएं: अपने आसपास सभी जानवरों का ध्यान रखें और उनके भोजन-पानी और रहने की उचित व्यवस्था करें। अगर आप किसी जानवर को संकट में फसा देखें तो उसे तुरंत पानी देकर शांत करें और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें। अगर आपको किसी सलाह और स्थानीय पशु-कल्याण संगठन या पशु चिकित्सक से संबंधित जानकारी की आवश्यकता है तो कृपया PETA इंडिया से संपर्क करें। जब तक मदद नहीं आ जाती कृपया जानवर को अकेला न छोड़ें।

 

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