इस “विश्व स्वास्थ्य दिवस” पर वीगन जीवनशैली अपनाने के प्रमुख कारण

Posted on by PETA

हर वर्ष 7 अप्रैल को “विश्व स्वास्थ्य दिवस” मनाया जाता है। इस विशेष अवसर को ध्यान में रखकर, नीचे छह प्रमुख कारण दिए गए हैं जिनके अनुरूप वीगन जीवनशैली अपनाना बिल्कुल सही निर्णय है।

  1. स्वस्थ रहने के लिए- JAMA Internal Medicine द्वारा प्रकाशित एक शोध में सामने आया कि वीगन लोगों की आयु मांसाहारियों की तुलना में अधिक लंबी होती है। US स्थित Academy of Nutrition and Dietetics नामक देश की सबसे बड़ी खाद्य और पोषण संस्था के अनुसार:

अगर वीगन या शाकाहारी आहारों को सुनियोजित ढंग से ग्रहण किया जाए तो यह स्वास्थ हेतु अत्यंत लाभकारी होने के साथ-साथ कई बीमारियों से रोकथाम और इनके उपचार में भी सहायता करते हैं। ये आहार जीवन चक्र के सभी चरणों के लिए उपयुक्त हैं, जिनमें गर्भावस्था, स्तनपान, शिशुकाल, बाल्यावस्था,  किशोरावस्था, वृद्धावस्था, और एथलीट शामिल हैं। पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाले खाद्य उत्पाद पर्यावरण के लिए भी पशु-उत्पादित पदार्थों की तुलना में बेहतर विकल्प होते हैं क्योंकि यह बहुत कम मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हैं और इनके द्वारा पर्यावरण को बहुत कम क्षति पहुंचती है। शाकाहारी और वीगन लोगों में कई प्रकार की शारीरिक बीमारियों का खतरा भी कम होता हैं, जिनमें हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कुछ प्रकार के कैंसर और मोटापा शामिल हैं।

  1. जानवरों की जीवन सुरक्षा हेतु : खाद्य पदार्थों की आपूर्ति के लिए हर साल लगभग 80 अरब जानवरों और खरबों समुद्री जानवरों को मौत के घाट उतारा जाता है। वीगन जीवनशैली अपनाने वाला हर व्यक्ति प्रति वर्ष लगभग 200 जानवरों की जान बचाने में अपना योगदान देता बचा।

3. स्वादिष्ट वीगन भोजन खाने का स्वर्णिम अवसर: PETA इंडिया द्वारा आयोजित वीगन फूड पुरस्कार के विजेताओं की सूची पर एक नज़र डालें, जिसमें कई प्रकार के डेयरी-मुक्त खाद्य पदार्थ, PlantMade द्वारा निर्मित शाकाहारी अंडा, Gooddot द्वारा निर्मित शानदार वीगन मांस और Nutriva की बेहद स्वादिष्ट छाछ शामिल है।

collage of vegan food

  1. वैश्विक महामारी से बचाव: यह एक  महत्वपूर्ण सोच है कि वर्तमान महामारी का जन्म या इसका फैलाव पशु मांस मंडियों से हुआ है। SARS, बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू जैसी कई बीमारियों का फैलाव नई प्रजातियों में हुआ है क्योंकि जिंदा जानवरों के बाज़ारों या पशु पालन केन्द्रों में जानवरों  को ज़बरन गंदी परिस्थितियों में रहने के लिए मज़बूर किया जाता है।

  1. पर्यावरण की सुरक्षा हेतु : University of Oxford के शोधकर्ताओं ने पाया कि मांस एवं डेयरी का त्याग करके खाद्य पदार्थों संबंधी व्यक्तिगत कार्बन फूटप्रिंट्स को 73% तक कम किया जा सकता है और यह उपाय इस ग्रह पर आपके नकारात्मक प्रभाव को कम करने का एकमात्र सबसे प्रभावशाली तरीका है।

  1. कई विशेष व्यक्तियों द्वारा यह जीवनशैली अपनाई गयी है: इस सूची में वीनस विलियम्स, रकुल प्रीत सिंह, जोकिन फीनिक्स, ऋचा चड्ढा, लुईस हैमिल्टन, नोजोव जोकोविच, और कई अन्य बड़ी शक्सियतें शामिल हैं।

Rakul Preet Go Vegan Ad World Environment Day

इस “विश्व स्वास्थ्य दिवस” पर PETA इंडिया की वीगन जीवन शैली अपनाने की प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर करके अपने वीगन बनने के विचारों को सबसे साझा करें एवं आज ही PETA इंडिया की मुफ़्त शाकाहारी/ वीगन स्टार्टर किट ऑर्डर करें