बड़ी जीत! PETA US द्वारा लिए गए एक्शन के बाद केन्या एयरवेज ने बंदर लैब शिपमेंट समाप्त किया

Posted on by PETA

अपडेट: 28 जनवरी 2022

PETA US को यह जानकारी मिली कि अमेरिका में 100 से अधिक डरे-सहमे हुए जानवरों को चोटिल करने वाली ट्रक दुर्घटना में शामिल बंदरों को केन्या एयरवेज द्वारा क्रूर प्रयोगशालाओं तक परिवाहित किया गया था। इसके बाद PETA ने एयरलाइन के CEO और बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनसे इस घिनौने व्यापार में अपनी भागीदारी को समाप्त करने का आग्रह किया।

इसके परिणामस्वरूप एयरलाइन ने अगले महीने अनुबंध समाप्त होने के बाद इस प्रथा को समाप्त करने का आश्वशन दिया।

“फरवरी में यह अनुबंध समाप्त हो जाने के बाद, macaques (निर्यात के लिए कैद किए जाने वाले बंदर) के परिवहन के अनुबंध को फिर नहीं जारी किया जाएगा।“

-माइकल जोसेफ, चेयर, केन्या एयरवेज

PETA US ने Joseph का धन्यवाद किया और इस बात पर खुशी प्रकट करी कि केन्या एयरवेज ने इस खूनी व्यवसाय से स्वयं को अलग किया, जो जानवरों को साथ-साथ जनता के लिए भी हानिकारक है।

अब कृपया यहाँ कार्रवाई करके वामोस एयर को पत्र लिखे और उनसे इन क्रूर प्रयोगशालाओं में कोई भी जानवर न परिवाहित करने और इस घिनौने व्यापार से स्वयं को पूरी तरह से अलग रखने का अनुरोध करें।  

अपडेट: 24 जनवरी, 2022

PETA US को एक प्रत्यक्षदर्शी से जानकारी मिली थी कि पिछले हफ्ते पेंसिल्वेनिया राज्य में प्रयोगशाला ले जाए जा रहे 100 बंदरों से भरा ट्रक सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिससे मौके पर मौजूद एक महिला के आँख में बंदर की लार चली गयी। इस कारण पीड़ित महिला के आँख से लगातार आँसू आ रहे हैं और यह खाँसी से संक्रमित हो गयी। उसे अब भी रेबीज से बचाव के लिए एंटीवायरल ड्रग्स और दवा दोनों दी जा रही हैं।

श्रमिकों द्वारा US में बंदरों को पिंजरे से निकलते समय अपने शरीर को पूरी तरह से व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों से ढाका जाता है क्योंकि इनसें संक्रमण के फैलने का ख़तरा बहुत अधिक होता है। लेकिन घटनास्थल पर डरे हुए बंदरों के मल-मूत्र के बीच गुज़रने वाले किसी भी व्यक्ति ने फ़ेसमास्क तक नहीं लगाया था। US Centers for Disease Control and Prevention को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घटनास्थल पर मौजूद अन्य लोग खतरे में न हो।

हालांकि मूलतः मॉरीशस के बंदरों में herpes B नहीं पाया गया है, लेकिन हाल ही में इसपर कोई नया शोध भी नहीं किया गया है। इन बंदरों में कई अज्ञात वायरस भी पाए जा सकते हैं।

इन सभी बंदरों में कई चोटिल बंदर भी शामिल हैं, जिन्हें घंटों तक बेहद ठंड में बिना किसी सुरक्षा या पशु चिकित्सकीय मदद के सड़क पर रहना पड़ा। PETA US द्वारा दायर एक शिकायत के जवाब में अमेरिकी कृषि विभाग अब जांच कर रहा है।

इन बंदरों का लगभग बिना किसी जांच एवं निरीक्षण के अमेरिका में आयात किया जाता है। उन्हें एशिया या अफ्रीका से विमान द्वारा लाया जाता है और इन जानवरों को अपने मल-मूत्र में लंबी-लंबी यात्राएं करने के लिए बाध्य किया जाता है। फिर इन्हें अमेरिका भर में प्रयोगशालाओं में भेजे जाने से पहले अज्ञात संगरोध साइटों पर ले जाया जाता है। PETA US को जानकारी मिली है कि यदि बंदरों को उनकी क्वारंटाइन अवधि के बाद खूनी दस्त या अन्य लक्षण विकसित होते हैं, तो इस पर किसी प्रकार की उचित कार्यवाही नहीं की जाती।

PETA US द्वारा अपनी शिकायत में इन संभावित उल्लंघनों की ओर इशारा किया गया है:

  • बंदरों के टोकरे ट्रक में सुरक्षित नहीं लग रहे थे।
  • ट्रक से टोकरे फेंके जाने के कारण बंदरों का मल-मूत्र सड़क पर फैला गया था।
  • न्यूनतम तापमान आवश्यकताओं का उल्लंघन करते हुए बंदरों ने कई घंटों तक कड़ाके की ठंड सहन की।
  • बंदरों, जिनमें से अधिकांश के मलबे में घायल होने की संभावना नहीं थी, को पशु चिकित्सा देखभाल नहीं मिली।
  • जो बंदर घटनास्थल से भाग गए, उनकी संख्या अब चार के बजाय तीन बताई जा रही है, स्थानीय अधिकारियों ने उनका पता लगाया और उन्हें मार दिया। American Veterinary Medical Association बंदूक की गोली को हत्या की मानवीय पद्धति के रूप में तभी स्वीकार करता है जब बंदूक की गोली से तत्काल मृत्यु हुई हो। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि तीनों भागे हुए बंदरों को कैसे मारा गया।

ऐसी ही घटनाओं को ध्यान में रखकर, PETA US ने सरकारी प्राइमेट अनुसंधान केंद्रों को बंद करने का आह्वान किया है। यहाँ कार्रवाई करके, मदद करें।