PETA इंडिया ने जानवरों के शिकार के खिलाफ रैप वीडियो के लिए मुंबई के पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों को सम्मानित किया

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पोद्दार इंटरनेश्नल स्कूल के 10 वर्षीय छात्रों ने, क्रोम पिक्चर्स के साथ मिलकर, जानवरों का शिकार (ट्रोफी हंटिंग)  जैसे गंभीर विषय पर एक मार्मिक एवं संवेदनशील वीडियो बनाया, जिसके लिए PETA इंडिया ने विश्व वन्यजीव दिवस (3 मार्च) के अवसर पर, पोद्दार इंटरनेश्नल स्कूल को कम्पैशनेट स्कूल पुरस्कार देकर और साथ ही इन छात्रों को, कम्पैशनेट किड्स पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

PETA इंडिया से कम्पैशनेट फिल्ममेकर पुरस्कार जीत चुकी व क्रोम पिक्चर्स की निर्माता- निर्देशक आलिया सेन के सहयोग से बनाए गए इस रैप वीडियो को “डोंट किल फॉर फन” नाम दिया गया है जिसमे जानवरों का शिकार कर उनके अंगों को घर में सजाने वाले शिकारियों और जंगली जानवरों के बीच “रैप बैटल” (रैप संगीत में जुगलबंदी) ” दिखाई गयी है।

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत पांचवी कक्षा में पढ़ रहे एबनर शर्मा द्वारा किए गए शोध से हुई, एबनर शर्मा ने स्वयं इस वीडियो में वन मंत्री का किरदार निभाया है। “डोंट किल फॉर फन” नामक इस वीडियो में  जानवरों के शिकारियों द्वारा किए जाने वाले नुक्सान को दिखाया गया है जो वो लोग सिर्फ मृत जानवर के शरीर के साथ फोटो खिचवाने या फिर उनके अंगों को घर की दीवारों पर सजाने के लिए करते हैं।

दुनियाभर में यह शिकारी हर साल लाखों जानवरों को मारते हैं, जिसके कारण, तस्मानियन बाघ और ग्रेट औक जैसी जानवरों की कईं अन्य प्रजातियाँ विलुप्त हो गईं हैं। प्राकृतिक शिकारी, जो मुख्य रूप से बीमार और कमजोर जानवरों को मारते हैं, उनके विपरीत, यह आजकल के शिकारी (ट्रॉफी हंटर्स) विशेष रूप से उन बड़े व स्वस्थ जानवरों की तलाश कर उनका शिकार करते हैं जो जिनमें पशुओं की आबादी बढाने की क्षमता होती हैं। शिकार के दौरान बहुत से जानवर शिकारियों के आक्रमण से घायल तो हो जाते हैं किन्तु बच निकलने में सफल भी हो जाते हैं तो  वह अक्सर केवल खून की कमी और भुखमरी के कारण एक दर्दनाक मौत के शिकार होते हैं।

सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए जानवरों को मारना कोई गर्व की बात नहीं है। यह मासूम जीवित प्राणियों की हत्या है जिनकी हमें सुरक्षा व सम्मान करना चाहिए।