मुजमिल इब्राहिम की माता ने PETA इंडिया के साथ मिलकर एक बिल्ली का बचाव किया। अब इसे एक प्यारे घर की तलाश है।

Posted on by PETA

सुपरमॉडल, एक्टर एवं लंबे समय से PETA इंडिया की समर्थक ‘मुजमिल इब्राहिम’ की माता ने हाल ही में एक पार्क में बेघर भटक रहे बिल्ली के एक बच्चे को देखा। उन्होने तत्काल इसकी जानकारी PETA इंडिया को दी व मदद पहुँचने तक वह पार्क में उस बिल्ली के बच्चे के साथ रुकी रही।

जीवन के लिए संघर्ष रहे उस बिल्ली के बच्चे को अब एक प्यारे से घर की जरूरत है। उस बच्चे को प्रारम्भिक स्तर का उपचार दिया गया है व उसके समस्त टीकाकरण की लागत PETA इंडिया द्वारा वहन की जाएगी। जो कोई परिवार इस प्यारे से बच्चे को गोद लेना चाहता है कृपया हमारे आपातकालीन कोर्डिनेटर दीपक चौधरी को [email protected] पर ईमेल कर गोद लेने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर सकते हैं।

Muzamil Ibrahim's Kitten

पूरे भारत भर में अनेकों बेघर कुत्ते और बिल्लियाँ जीवित रहने के लिए सड़कों पर संघर्ष करते हैं। कई जानवर दुर्घटनाओं का शिकार होकर मर जाते है जबकि कई अन्य घायल हो जाते हैं, लोगों के दुर्व्यवहार का शिकार होते है या फिर तेज़ गति से आ रहे वाहनों से टकरा जाते हैं। कई अन्य अनगिनत जानवर पशु आश्रय गृहों में जीवन यापन करते हैं क्योंकि उन्हें कोई गोद नहीं लेता व उनके लिए पर्याप्त अच्छे घर नहीं हैं। एक मादा कुत्ते की नसबंदी करने से छह साल में 67,000 बच्चों को जन्म लेने से रोका जा सकता है और एक मादा बिल्ली की नसबंदी करने से उस बिल्ली से अगले सात साल में पैदा होने वाले कुल 370,000 बच्चों के जन्म पर रोक लगाई जा सकती है। नसबंदी करने से जानवरों को सड़कों पर और आश्रय गृहों से बाहर रखने में मदद मिलती है, और नसबंदी किए गए जानवर न सिर्फ लंबा जीवन जीते हैं बल्कि स्वस्थ रहते हैं तथा उनके बेघर भटकने, लड़ने या काटने की संभावना कम हो जाती है।

हाल ही में, बेघर-पशुओं के बढ़ते संकट को रोकने में मदद करने हेतु, PETA इंडिया ने ‘बॉम्बे सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएल्टी’ व ‘यूथ ओर्गेंनाईजेशन इन डिफेंस ऑफ एनिमल’ के सहयोग से मुंबई के अलग अलग क्षेत्रों में जहां बिल्लियों की जनसंख्या अधिक है में 500 से अधिक सामुदायिक बिल्लियों की नसबंदी की। बिल्लियों का टीकाकरण कर तथा उनकी चोटों का उपचार करने के बाद उन्हे वापिस उनके क्षेत्र में छोड़ दिया गया व जाने से पहले उनके कान में एक टैग भी लगा दिया गया ताकि भविष्य में इस बिल्ली की पहचान नसबंदी किए जा चुके जानवर के रूप में की जा सके। PETA  इंडिया जनता से अनुरोध करता है कि वो किसी पशु आश्रय गृह या फिर किसी बेघर कुत्ते अथवा बिल्ली को ही गोद लें तथा गोद लिए गए जानवर के नसबंदी अवश्य करवाएँ।

भारत में अनगिनत ऐसे जनवार हैं जो प्यार, दया एवं अपने लिए एक घर के इंतज़ार में सड़कों पर अपना जीवन यापन कर रहें हैं। आप उनमें से किसी एक को अपनाकर व गोद लेकर उनके बेघरपन को समाप्त करने में मदद कर सकते हैं। संकल्प लें कि आप किसी बेघर पशु को ही गोद लेंगे बल्कि किसी ब्रीडर या पशु बिक्री केंद्र से नहीं खरीदेंगे।

गोद लेने का संकल्प लें