PETA इंडिया की शिकायत पर, कुत्ते के बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शख्स के खिलाफ मुंबई पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज

Posted on by PETA

एक व्यक्ति के द्वारा कुत्ते के बच्चे के साथ क्रूरता करने व उसे मारने की कोशिश करने की शिकायत मिलने पर, PETA इंडिया के आपातकालीन एवं राहत दल ने तत्काल मौके पर पहुँचकर कुत्ते के बच्चे को बचाया। गंभीर रूप से घायल वह बच्चा सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहा था व दर्द से कराह रहा था। PETA के राहत दल ने तत्काल उस नन्हें बच्चे को स्थानीय चिकित्सक के पास लेजाकर आपातकालीन  चिकित्सीय देखभाल प्रदान करवाई व बाद में उसे पारेल में स्थित “बॉम्बे सोसाइटी फॉर द प्रीवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स” के अस्पताल में आगे की देखभाल के लिए भर्ती करवाया। बेदर्दी से पिटाई किए जाने से इस बच्चे की गर्दन, पैर एवं छाती पर गंभीर सूजन थी व उसकी गूदा से मांस बाहर आ गया था। चिकित्सीय भाषा में इसे रेक्टल प्रोलेप्स एवं ब्रूइसिंग कहा जाता है।

PETA इंडिया ने मुंबई पुलिस में इस क्रूर कृत्य की शिकायत दर्ज करवाते हुए अभियुक्त के खिलाफ “भारतीय दंड संहिता” की धारा 429 तथा “पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960” की धारा 11 (1) (a) के तहत प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करवाई है। भारतीय दंड संहिता की धारा 429 – शरारत करते हुए किसी जानवर को मौत को घाट उतारने के संबंध में है और इस धारा के तहत मय जुर्माने या बिना जुर्माने के अपराधी को 5 वर्ष की जेल की सजा का प्रावधान है।

बहुत से अध्ययन यह बताते हैं कि जो लोग पहले जानवरों पर अत्याचार एवं क्रूरता करते हैं वह आगे चलकर अन्य जानवरों या इन्सानों के लिए भी खतरनाक साबित होते हैं।घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में 60 प्रतिशत महिलाओं ने यह बताया कि उन पर हिंसा करने से पहले उनके पार्टनर ने उनके कुत्ते या अन्य घरेलू जानवर की हत्या की है या उस पर अत्याचार किया है। PETA इंडिया लंबे समय से पशु क्रूरता अधिनियम 1960 के सजा के प्रावधानों को कठोर बनाने के लिए अभियान चला रहा है क्यूंकि वर्तमान में इसमे पशुओं पर क्रूरता का पहला दोषी पाये जाने पर मात्र 50 रुपये जुर्माने का प्रावधान है।

इस कुत्ते के साथ जिस तरह से वहशियत की गयी और इस बच्चे ने जितना दर्द एवं पीड़ा सही है उस बारे में सोच कर ही दिल काँप उठता है। इस तरह की बर्बरता के खिलाफ हर किसी को आवाज उठानी चाहिए व पीड़ा सह रहे जानवर की जान बचाने के हर संभव प्रयास करने चाहिए।

PETA इंडिया चाहता है की कुत्ते के बच्चे के साथ इतनी क्रूरता करने वाले अपराधी को कानून के मुताबिक कठोर से कठोर सजा मिले, जेल भी होनी चाहिए व जुर्माना भी वसूला जाए ताकि समाज में इस तरह के अपराधियों को एक सबक मिल सके।

जानवरों पर क्रूरता होते देखें तो क्या करें, यहाँ जानिये। 

जानवरों पर क्रूरता करने वालों के खिलाफ कठोर दंड की मांग करें