PETA इंडिया और PFA भीलवाड़ा द्वारा दर्ज़ कराई गई शिकायत के बाद, घोड़े के साथ दुर्व्यवहार के मामले में FIR दर्ज़ की गई

Posted on by Siffer Nandi

‘टेड द स्टोनर’ नाम से सोशल मीडिया पर एकाउंट चलाने वाले एक व्यक्ति  द्वारा इंस्टाग्राम पर एक रील पोस्ट की गई थी, जिसमें कथित तौर पर आसींद में, शादियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घोड़े के साथ तीन लोगों द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा था। इस रील के आधार पर, PETA इंडिया और पीपुल फॉर एनिमल्स भीलवाड़ा ने भीलवाड़ा जिले के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के पास एक औपचारिक शिकायत दर्ज़ कराई थी। इस शिकायत के परिणामस्वरूप, आसींद पुलिस स्टेशन द्वारा घोड़े को अनावश्यक दर्द और पीड़ा देने के लिए अभियुक्त के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 289 और पशु क्रूरता निवारण (PCA) अधिनियम, 1960 की धारा 3, 11 (1) (A), 26, और 38 के तहत FIR दर्ज़ की गयी है।

इस वीडियो में दूल्हे की वेषभूषा में एक शख्स को घोड़े पर बैठे देखा जा सकता है, जबकि दो अन्य लोग घोड़े के ऊपर चढ़कर नाच रहे हैं और एक अन्य व्यक्ति घोड़े की पूंछ से लटका हुआ है, उसे खींच रहा है, घुमा रहा है और अन्य करतब दिखा रहा है एवं यह सब करते हुए घोड़े को चारपाई पर खड़े होने के लिए जबरन बाध्य किया गया है। इनमें से एक अपराधी पहले भी, अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर शादियों में प्रयोग होने वाले घोड़ों को प्रशिक्षित करते हुए कई वीडियो डालता रहा हैं जिसमें घोड़ों को बहुत से अप्राकृतिक करतब करने हेतु बाध्य किया जाता है जिसमें चारपाई पर खड़े होकर नाचना और केवल दो पैरों पर खड़े होना शामिल है।

जनता के बीच काँटेदार लगामों के खिलाफ़ बढ़ती जागरूकता के चलते, वर्तमान में कई दंपति अपने विवाह समारोह हेतु घोड़ा-मुक्त विकल्प अपना रहे हैं जैसे आकर्षक गाडियाँ और यहाँ तक कि हेलीकॉप्टर का प्रयोग कर रहे हैं। अपने विवाह समारोह को घोड़ा-मुक्त रखने वाली प्रसिद्ध हस्तियों में आलिया भट्ट और रणबीर कपूर, शाहिद कपूर और मीरा राजपूत, नील नितिन मुकेश और रुक्मिणी सहाय, जहीर खान और सागरिका घाटगे, नेहा धूपिया और अंगद बेदी, अनुष्का शर्मा और विराट कोहली, सोनम कपूर और आनंद आहूजा, एवं वरुण धवन और नताशा दलाल शामिल हैं।

शादियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घोड़ों को नियमित रूप से दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता हैं और इन्हें काँटेदार लगामों की क्रूरता को भी झेलना पड़ता है। काँटेदार लगामों का उपयोग घोड़ों को पीड़ित करके एवं उनके होंठ और जीभ को गंभीर रूप से चोटिल करके उन्हें नियंत्रित करने हेतु किया जाता है जिससे उन्हें मनोवैज्ञानिक आघात और आजीवन क्षति का सामना करना पड़ता है।

अपनी शादी में घोड़ों का प्रयोग न करने की प्रतिज्ञा करें