बेंगलुरु: अमेरिकी इन्फ्लुएंसर ने ‘वर्ल्ड वीक ऑफ अबोलिशन ऑफ मीट’ के दौरान मछली का रूप धारण “वीगन बनें, मछलियों की जिंदगी बचाएं” की अपील करी
‘वर्ल्ड वीक ऑफ अबोलिशन ऑफ मीट’ (जनवरी के आखिरी सप्ताह) के दौरान नामक जैमी लोगन, एक अमेरिकी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और PETA इंडिया की समर्थक, ने मछली का कॉस्टयूम पहना और दो “मछली” प्रॉप्स के बीच लेटकर एक बैनर पकड़ा, जिस पर लिखा था, “मछली के भाग्य को समझने की कोशिश करें। कृपया वीगन बनें।” इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को वीगन जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
जैमी लोगन ने कहा, “जो मछलियाँ हमारी प्लेट तक पहुँचती हैं, वे भी जीवित प्राणी होती हैं, जो दर्द और डर महसूस करती हैं, जैसे इंसान और बाकी सभी पशु करते हैं। PETA इंडिया लोगों से अपील कर रहा है कि वे इन जल जीवों को तकलीफ से बचाने के लिए वीगन भोजन अपनाएं।”
वैज्ञानिकों ने बताया है कि मछलियाँ भी अन्य पशुओं की तरह दर्द और डर महसूस करती हैं। उनके पास अपनी यादें होती हैं, वे खुद को आईने में पहचान सकती हैं, और वे खास तरह की आवाज़ निकालकर बात करती हैं, जिन्हें इंसान केवल विशेष उपकरणों से ही सुन सकते हैं। हर साल मछलियाँ बहुत दर्दनाक तरीकों से मारी जाती हैं जिसमें तीर से मारा जाना, कुचला जाना, आंतरिक अंग निकाला जाना, या जीवित रहते हुए उबाल दिया जाना शामिल है।
वीगन जीवनशैली अपनाने वाला प्रत्येक व्यक्ति हर साल लगभग 200 पशुओं की जान बचाता है, अपने कार्बन फुटप्रिन्ट को व्यापक रूप से कम करता है और स्वयं के लिए कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह और मोटापे जैसी जानलेवा बीमारियों के खतरे को भी कम करता है। SARS, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू और संभवतः COVID-19 सभी जानवरों को खाना बनाने के लिए कैद करने और मारने से जुड़े हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला है कि जलवायु आपदा के सबसे बुरे प्रभावों से निपटने के लिए वीगन जीवनशैली की ओर एक वैश्विक बदलाव आवश्यक है जिससे वर्ष 2050 तक 80 लाख इंसानों की जान बचाई जा सकती है। Oxford University के शोध के अनुसार, वीगन जीवनशैली अपनाने वाला हर व्यक्ति अपने कार्बन फुटप्रिंट को 73% तक कम कर सकता है।
मछली पकड़ने के दौरान कई अन्य पशु भी मारे जाते हैं, जैसे 720,000 समुद्री पक्षी, 300,000 व्हेल और डॉल्फिन, 345,000 सील और समुद्री शेर, और 100 मिलियन शार्क और रे, आदि।
जैमी लोगन न्यू यॉर्क की रहने वाली हैं और हमेशा पशु अधिकारों के लिए अपनी आवाज़ उठाती आई हैं। वह अपने यूट्यूब शो के लिए जानी जाती हैं, जिसमें वह पशुओं के अधिकारों पर बात करती हैं। 2023 में, उन्होंने कोच फैशन शो में भाग लिया और यह संदेश दिया कि चमड़ा बनाने के लिए भी पशुओं की जान जाती है। इसके अलावा, वह PETA US द्वारा बनाए गए पॉडकास्ट “जस्ट सो यू नो” की होस्ट भी हैं, जिसमें उनकी सह-होस्ट जस्टिना हैं।