PETA इंडिया की शिकायत के बाद अजंता सर्कस के पास से प्रदर्शनकारी पशु जब्त किए गए और पुलिस द्वारा सर्कस के खिलाफ़ FIR दर्ज़ की गयी

Posted on by Erika Goyal

PETA इंडिया की ओर से अजंता सर्कस के खिलाफ प्रदर्शन हेतु पंजीकरण प्रमाणपत्र के बिना जानवरों का प्रयोग करने और उनके साथ क्रूरता करने जैसे उड़ने से रोकने के लिए पंख काटने वाली घटनाओं के संबंध में शिकायत दर्ज़ कराई गयी। इस शिकायत के परिणामस्वरूप रांची पुलिस द्वारा सर्कस के खिलाफ़ छापामारी की गयी जिसमें कई जानवरों को जब्त किया गया और सर्कस के मालिक के खिलाफ़ FIR दर्ज की गयी। इस छापेमारी में तीन वयस्क स्पिट्ज कुत्तों, कुत्तों के तीन शिशुओं और एक घोड़े को जब्त किया गया। इन सभी घायल जानवरों को PETA इंडिया द्वारा पशुचिकित्सकीय जांच प्रदान की जा रही है और बाद में समूह द्वारा पुनर्वासित भी किया जाएगा। हालांकि, PETA इंडिया के जांचकर्मी द्वारा जांच के दौरान जिन पक्षियों को प्रदर्शन करते देखा गया था, उन्हें कथित रूप से कही छुपा दिया गया और वह छापेमारी के दौरान कही पाए नहीं गए।

अजंता सर्कस द्वारा निरंतर कानूनी उल्लंघन किया जा रहा है और उनके द्वारा इससे पहले कोलकाता में भी अवैध ढंग से जानवरों का प्रयोग किया गया था। हाल ही में 19 अक्तूबर को, जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड नामक केंद्र सरकारी निकाय ने सर्कस के खिलाफ “प्रदर्शनकारी पशु (पंजीकरण) नियम, 2001” के उल्लंघन के खिलाफ़ अतिरिक्त निर्देश जारी किए गए थे।

AWBI के बहुत से निरीक्षणों और PETA इंडिया की कई जाँचों में यह तथ्य सामने आया है कि सर्कसों में मनोरंजन हेतु जानवरों का प्रयोग बहुत ही क्रूर प्रथा है जिसके कारण जानवरों को तंग पिंजरों में जंजीरों से कैद रखा जाता है और उन्हें हर प्रकार की पशुचिकित्सकीय सेवाओं से वंचित रखते हुए भूखा-प्यासा रहने के लिए मज़बूर किया जाता है। उनके प्राकृतिक उत्थान को पूर्ण रूप से बाधित किया जाता है और उनसे जबरन मुश्किल, असहज और कष्टदायी करतब कराए जाते हैं। ऐसी तनावपूर्ण परिस्थितियों में रहने के कारण कई जानवरों में ख़तरनाक मानसिक बीमारियों के लक्षण देखने को मिलते हैं।

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