जरूरी सलाह : घरेलू पशु, कुत्ते एवं बिल्लियाँ CORONA वाइरस के लिए खतरनाक नहीं हैं।

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13 March 2020

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PETA India Debunks the Myths and Offers Advice on Keeping Animals Safe

मुंबई – CORONA वाइरस को बढ़ने से रोकने हेतु मुंबई भर में कुत्ते एवं चमगादड़ की तस्वीर सहित लगे पोस्टर्स में यह संदेश लिखा है कि “जीवित जानवरों (जंगली व फार्म एनिमल्स) से असुरक्षित संपर्क से बचें”, जिसके चलते शहर में भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी है। PETA इंडिया के आपातकालीन नंबर पर इस संदेश से संबन्धित उन पशु प्रेमियों की सैकड़ों कॉल आ रही है जो अपने घरेलू तथा सामुदायिक पशुओं के कल्याण हेतु सदैव तत्पर रहते हैं। PETA इंडिया ने एक जरूरी सलाह जारी करते हुए यह स्पष्ट किया है कि इस तरह के वाइरस हेतु कुत्ते एवं बिल्लियाँ से कोई जोखिम नहीं है व उनके साथ होने वाली किसी भी तरह की क्रूरता को रोका जाना चाहिए।

PETA समूह ने अपने दावे की पुष्टि हेतु विशेषज्ञों द्वारा दिये गए बयानों का भी उल्लेख किया है जिनमे से कुछ प्रमुख निमन्वत हैं-

  • विश्व स्वास्थ संगठन : इस बात का कोई सबूत नहीं है कि घरेलू पशु जैसे कुत्ते या बिल्लियाँ संक्रमित है या वह COVID 19 वाइरस को फैलाने का स्रोत हो सकते है।
  • पशु स्वास्थ विश्व संगठन : मौजूदा वाइरस COVID 19 के फैलने का मुख्य कारण मनुष्य का मनुष्य से संपर्क में आना है। आज तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि घरेलू या सामुदायिक पशु इस बीमारी के प्रसार हेतु जिम्मेदार हों। इसलिए इस वाइरस से संबन्धित, घरेलू जानवरों के कल्याण के साथ समझौता करते हुए उनके खिलाफ किसी तरह के उपाय करने का कोई औचित्य नहीं है।
  • रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र : “आज तक हमारे विभाग (CDC) को ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिसमे यह स्पष्ट होता हो कि घरेलू या अन्य जानवर COVID 19 से संक्रमित हैं व ना ही इस बात का कोई सबूत है कि घरेलू जानवर COVID 19 वाइरस को फैला सकते हैं”।
  • अमेरिकन वेट्रेनेरी मेडिकल एसोसिएशन : “अभी तक विशेषज्ञों नें, COVID 19 वाइरस पशुओं में या पशुओं द्वारा फैलाई जाने की कोई चिंता नहीं व्यक्त की है। कई अंतराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों ने यह संदेश दिया है कि घरेलू व पालतू पशुओं को COVID 19 के प्रसार हेतु खतरनाक नहीं माना जाना चाहिए।
  • डॉ. विल सेंडर, संयुक्त राज्य अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस में अरबाना शेम्पेन कॉलेज ऑफ वेट्रेनेरी मेडिसिन में सार्वजनिक स्वास्थ डिग्री कार्यक्रम के प्रमुख हैं, कहते हैं- “इस समय लोगों को कम से कम चिंता करनी चाहिए कि उनके पालतू जानवरों का CORONA वाइरस से कोई संबंध हो सकता है। यह वाइरस लोगों द्वारा एक दूसरे में संक्रमित हो रहा है इसलिए ऐसे कोई आसार नहीं कि यह पशुओं में भी जा सकता है”

PETA इंडिया के CEO एवं पशु चिकित्सक डॉ. मणिलाल वलियाते कहते हैं- “जिस तरह से सामान्य सर्दी, घरेलू पशुओं या इन्सानों में नहीं फैलती ठीक उसी तरह से वायरल संक्रमण भी घरेलू या सड़कों पर बेघर घूमने वाले कुत्ते बिल्लियों में हस्तांतरित नहीं होता क्यूंकि चिकित्सीय दृष्टिकोण से उनके सेल अलग होते हैं जो इंसान के शरीर से फैलने वाले संक्रमण को उन तक नहीं पहुँचने देते। CORONA वाइरस से फैले संकट के समय में यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी तरह की गलत अफवाह या भ्रांति के चलते हमारे घरेलू एवं सामुदायिक पशुओं के साथ कुछ दुर्व्यवहार न हो हम सब यह प्रयास करें कि वह सुरक्षित रहें।“

 घरेलू एवं सामुदायिक पशुओं की सुरक्षा हेतु यहाँ कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिये गए हैं-

  •  पशुओं के मुंह पर किसी तरह का कोई मास्क न पहनाएं, उन्हे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
  •  घरेलू एवं समुदायक पशुओं की गतिविधियों पर प्रतिबंध न लगाएँ और ना ही ऐसा कोई काम करें जो उनके कल्याण से समझौता करे।
  •  उनकी बेहतरी हेतु आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके क्षेत्र के सभी घरेलू एवं समुदायिक पशुओं का टीकाकरण हो रहा है, वार्षिक रूप से उनकी स्वास्थ जांच हो रही है तथा उन्हें पेट एवं त्वचा के कीड़ों से बचाव हेतु दवा दी जा रही है।
  •  जो लोग COVID 19 संक्रमण के चलते चिकित्सीय देखभाल के अधीन हैं उन्हें पशुओं के संपर्क से बचना चाहिए। ऐसे परिवारों के एक सदस्य को घरेलू पशुओं पर ध्यान देना चाहिए कि वाइरस का प्रभाव उनके फ़र पर ना हो।
  •  यदि कोई पशु इस तरह के संभावित खतरे में नजर आए या उसे तत्काल चिकित्सीय मदद कि जरूरत हो तो कृपया अविलंब PETA इंडिया के आपातकालीन नंबर (0) 98201 22602 पर कॉल करें।

हाँगकाँग के कृषि, मतस्य व संरक्षण विभाग ने यह पुष्टि की है कि हाँगकाँग में CORONA वाइरस संक्रमित अभिभावक के घरेलू कुत्ते की जांच में उसे “हल्का सकारात्मक” पाया गया था क्यूंकि ऐसा हो सकता है कि अपने संक्रमित अभिभावक के संपर्क में आने से इस कुत्ते की नाक एवं मुंह में वाइरस आया हो लेकिन इस कुत्ते में किसी तरह की कोई चिकित्सीय कमजोरी नहीं देखी गयी जो यह साबित करता है कि कुत्ते एवं बिल्लियों में इस वाइरस का कोई खतरा नहीं है इसलिए पशुओं से CORONA वाइरस मनुष्यों में हस्तांतरित होने का जोखिम नहीं है।

PETA इंडिया जो इस सरल सिधान्त के तहत काम करता है “जानवर किसी भी तरीके से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”, प्रजातिवाद का विरोध करता है क्यूंकि यह मनुष्य का खुद को सर्वश्रेष्ठ समझने का नजरिया है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ।

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