PETA इंडिया ने बिलबोर्ड लगवाकर लोगों से घोड़ा-मुक्त शादी करने और क्रूरता के खिलाफ़ शपथ लेने का आग्रह किया

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02 September 2021

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दिल्ली– इस वर्ष शादियों के सीज़न से ठीक पहले ‘पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स’, (PETA) इंडिया ने चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, लखनऊ और मुंबई में बिलबोर्ड लगवाकर लोगों को शादियों में घोड़ों को नियंत्रित करने हेतु प्रयोग की जाने वाली दर्दनाक काँटेदार लगाम के खिलाफ़ जागरूक किया और अपने खास दिन को इस तरह से किसी जानवर को पीड़ित करके नहीं मनाने का आग्रह किया। इस बिलबोर्ड की एक प्रति यहाँ उपलब्ध है।

दिल्ली में यह बिलबोर्ड जनकपुरी वेस्ट मेट्रो स्टेशन पर रजोरी गार्डन की ओर जाने वाली मेट्रो की तरफ लगवाया गया है। हाल ही में प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने एक वीडियो के माध्यम से शादी-विवाह एवं अन्य समारोह में घोड़ो के साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ़ जनता को जागरूक किया।

PETA इंडिया की सीनियर कैंपेन कोऑर्डिनेटर राधिका सूर्यवंशी ने कहा, “काँटेदार लगाम ऐसे दर्दनाक उपकरण हैं जो घोड़ों को जीवनभर के लिए घायल और मानसिक रूप से आहत कर सकते हैं। PETA इंडिया सभी दंपतियों से निवेदन करता है कि वह इन बेज़ुबान पशुओं के प्रति दया भाव दिखाए और इन्हें अपनी शादी समारोह से दूर रखें।“

पशु क्रूरता निवारण ‘ड्राफ्ट एंड पैक’ नियम 1965 के नियम 8 के तहत इस प्रकार के काँटेदार लगाम प्रतिबंधित हैं लेकिन इसके बावजूद PETA इंडिया की जाँचों में सामने आया कि इन कष्टदायक उपकरणों को पशुओं के मुंह में काफी गहराई तक पहनाया जाता है। इसके चलते पशुओं के होठ और जीभ में छेद हो जाता है एवं उन्हें अत्यंत दर्द, खूनी घाव, मानसिक आघात और आजीवन क्षति का सामना करना पड़ता है।

जनता के बीच काँटेदार लगामों के खिलाफ़ बढ़ती जागरूकता के चलते, वर्तमान में कई दंपति अपने विवाह समारोह हेतु घोड़ा-मुक्त विकल्प अपना रहे हैं जैसे बारात के साथ स्वयं चलना, आकर्षक गाड़ियों में बैठना और यहाँ तक कि हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना। अपने विवाह समारोह को घोड़ा-मुक्त रखने वाली प्रसिद्ध हस्तियों में शाहिद कपूर और मीरा राजपूत, नील नितिन मुकेश और रुक्मिणी सहाय, जहीर खान और सागरिका घाटगे, नेहा धूपिया और अंगद बेदी, अनुष्का शर्मा और विराट कोहली, सोनम कपूर और आनंद आहूजा, एवं वरुण धवन और नताशा दलाल शामिल हैं।

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं है” प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी विचारधार है जिसमे इंसान स्वयं को इस दुनिया में सर्वोपरि मानकर अपने फायदे के लिए अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ और Twitter, FacebookInstagram पर हमें फॉलो करें।

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