फराह खान कुंदर की बेटी अन्या, PETA इंडिया के “दयालु बालक पुरस्कार” से सम्मानित

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11 November 2021

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मुंबई- बाल दिवस (14 नवंबर) के ठीक पहले, मशहूर बॉलीवुड फिल्म निर्माता और कोरियोग्राफर फराह खान कुंदर की 13 वर्षीय बेटी अन्या कुंदर को COVID-19 महामारी के दौरान बेघर जानवरों की मदद करने हेतु किए गए विभिन्न प्रयासों के सम्मान में पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया की ओर से “दयालु बालक पुरस्कार” प्रदान किया गया है।

लॉकडाउन के दौरान, विभिन्न होटलों से निकलने वाले बचे हुए खाने पर निर्भर करने वाले बहुत से बेघर पशु अपना पेट भरने के लिए संघर्ष कर रहे थे, जिनकी मदद करने के लिए अन्या ने 1,000 रुपये के दान के बदले मशहूर हस्तियों के पशु साथियों का स्केच बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने PETA इंडिया सहित विभिन्न पशु संरक्षण संस्थाओं हेतु चार लाख रुपये की धनराशि इकट्ठा करी। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय के कलिना परिसर में सामुदायिक जानवरों को भोजन भी करवाया और अपनी माँ फराह खान कुंदर के साथ मिलकर लोगों को सामुदायिक जानवरों की मदद करने एवं उन्हें भोजन, पानी, प्यार एवं पशु चिकित्सकीय देखभाल उपलब्ध कराने हेतु प्रोत्साहित भी किया।  उन्होंने साथ मिलकर गुलाब और जामुन नामक भारतीय कुत्तों की एक जोड़ी को गोद भी लिया।

PETA इंडिया की एसोसिएट डायरेक्टर ऑफ एजुकेशन एण्ड यूथ आउटरीच पूजा महाजन ने कहा, “सिर्फ 13 वर्ष की छोटी सी उम्र में अन्या कुंदर ने कमजोर सामुदायिक कुत्तों के जीवन पर जबरदस्त सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस बाल दिवस, PETA इंडिया उन्हें हर आयु के लोगों को दयालुता का पाठ पढ़ाने हेतु पुरस्कृत करता है।“

PETA इंडिया सभी स्कूलों से अपने छात्रों को अन्या का उदहारण देकर प्रेरित करने और हमारा दयालु नागरिक कार्यक्रम अपनाने का अनुरोध करता है जिसे 8 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए बनाया गया है एवं इसे 1.9 लाख से अधिक स्कूलों में चलाया गया है, जिनमें कुल मिलाकर संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 8 करोड़ 98 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत एक शिक्षक मार्गदर्शिका, एक बड़े आकार का रंगीन पोस्टर, 23-मिनट का एक आकर्षक पशु वीडियो, रंग भरने वाली शीट्स और एक दयालु प्रतिज्ञा शामिल है जिस पर बच्चे स्वयं हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसमें शिक्षकों और स्कूलों हेतु छात्रों को जानवरों की मदद करने के लिए प्रोत्सहित करने के आसान तरीकों की एक सूची भी शामिल है।

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं है” प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी विचारधार है जिसमे इंसान स्वयं को इस दुनिया में सर्वोपरि मानकर अपने फायदे के लिए अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com  पर जाएँ और Twitter, Facebook, व Instagram पर हमें फॉलो करें।

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