वर्तमान व्यवस्था कारगर नहीं है।

इन मुद्दों पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी हैं:

  • जिन बुनियादी विज्ञान अनुसंधानों से सफलता की भारी अपेक्षा होती हैं उनमें से केवल 10% से भी कम का नियमित क्लिनिकल उपयोग 20 वर्षों के अंदर शुरू हो पाता है।
  • रोग अनुसंधान के कई क्षेत्रों में जानवरों का उपयोग करके विकसित की गई नई दवाओं की विफलता दर 95% से भी अधिक है। कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
    • अल्ज़ाइमर रोग: 99.6%
    • कैंसर: 96.6%
    • HIV/AIDS की वैक्सीन: 100%
    • दौरा: 100% (100 क्लिनिकल ट्राइलों में टेस्ट किए गए 1,000 नए जानवर-परीक्षण के आधार पर)

यह गौर करने योग्य हैं कि भारत में हर साल 18 लाख लोग दौरों से पीड़ित होते हैं। ‘इंडियन स्ट्रोक एसोसिएशन’ के अनुसार, पिछले कुछ दशकों में भारत में दौरों की घटनाओं में लगभग 100% की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि गंभीर दौरों से मस्तिष्क कोशिकाओं की रक्षा करने के लिए 1,000 से अधिक प्रयोगात्मक उपचारों को कृन्तकों (rodents) का उपयोग करके विकसित किया गया हैं, लेकिन उनमें से एक भी उपचार मनुष्यों पर प्रभावी नहीं हो सका है।

मनुष्यों के लिए रसायनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जानवरों पर किए जाने वाले प्रयोग काफी समस्यापूर्ण हैं क्योंकि इनमें से कुछ प्रयोग 50 से 60 वर्ष पुराने हैं। ‘US नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ की एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट में बताया गया है कि रसायनों की सुरक्षा का आंकलन करने के लिए वर्तमान दृष्टिकोण – जिसमें आमतौर पर जानवरों पर प्रयोग करना शामिल है -लंबा और महंगा होने के कारण ट्रायल व्यवस्था पर बोझ डालता है।

हमें एक बेहतर रास्ता अपनाने की आवश्यकता हैं और इसीलिए PETA इंडिया के वैज्ञानिकों एवं सहयोगियों ने “अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव” नामक योजना का निर्माण किया हैं।

“अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव” किस बारे में हैं?

PETA इंडिया का ‘अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव’ जानवरों पर होने वाले प्रयोगों की जगह मनुष्यों से जुड़ी विधियों को स्थापित करने की एक योजना है-

इसमें निम्नलिखित चरण शामिल हैं:

  • उन क्षेत्रों में जानवरों पर होने वाले प्रयोगों को तुरंत समाप्त करना जिनमें पहले ही मनुष्यों के लिए अप्रासंगिक निष्कर्ष सामने आए हैं
  • अनुसंधान के अन्य क्षेत्रों की आलोचनात्मक समीक्षा करना जिससे जानवरों पर होने वाले प्रयोगों को समाप्त किया जा सके
  • जानवरों पर होने वाले प्रयोगों को नियंत्रित करने वाली नीतियों के रूप में एक मजबूत नैतिक मूल्यांकन प्रणाली को लागू करना, जिससे नियामक प्रक्रिया की पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावशीलता को बढ़ाया जा सके
  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और रिसर्च संस्थाओं के बीच गैर-जानवर परीक्षण विधियों को अपनाने को बढ़ावा देना
  • पशुओं पर होने वाले प्रयोगों हेतु दी जाने वाली आर्थिक सहायता को पशु परीक्षण की बजाए गैर-पशु परीक्षण विधियों पर खर्च करना।

PETA इंडिया सभी प्रकार के जानवर संबंधी प्रयोगों और अभियानों का विरोध करता है और जानवरों पर होने वाले अत्याचारों को बंद कराने के पक्ष में है। विनियामक और वैज्ञानिक अधिकारियों को जानवरों पर होने वाले अध्ययनों की विफलता को स्वीकार करना चाहिए और, पहले कदम के रूप में, रोग अनुसंधान के ऐसे क्षेत्रों में जानवरों पर होने वाले उन प्रयोगों को तुरंत समाप्त करना चाहिए जिनके परिणाम विफल रहे हैं। ऐसा करना नैतिक आधार पर सही हैं, यह बेहतर विज्ञान को बढ़ावा देता है, संसाधनों के उचित उपयोग की दिशा में एक सही कदम है और इससे जानवरों को भी किसी भी प्रकार के शोषण का सामना नहीं करना पड़ता।

यह अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव अपनाने का सही समय हैं।

 

 

 

 

इंडिया के लिए अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव का समर्थन करें -जानवरों पर होने वाले क्रूर और अनावश्यक प्रयोगों को समाप्त कराने के लिए अपना सहयोग दें

जानवरों पर होने वाले प्रयोगों के खिलाफ आवाज़ उठाएं

कोविड-19 से असंबंधित कई रिसर्च बंद होने के बाद, अब इंडिया के पास बायोमेडिकल अनुसंधान और विनियामक परीक्षण के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने और अपनी प्रतिबद्धता को पुनः प्राप्त करने का अवसर है। इसके लिए असफल जानवर अनुसंधानों को बंद करने, और ऐसे बदलावों को अपनाने की आवश्यकता हैं जिनसे पूरे विश्व के लिए अतिआवश्यक दवाएं और वैक्सिन जल्द-से-जल्द बनाईं जा सकें।

कृपया हमारी इस याचिका पर हस्ताक्षर करें जिसमें माननीय प्रधानमंत्री जी से जानवरों पर होने वाले प्रयोगों को समाप्त करने के लिए एक स्पष्ट नीति बनाने का अनुरोध किया गया है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक निश्चित रणनीति और समय सीमा तय करने का भी अनुरोध किया गया हैं।

अनुसंधान आधुनिकीकरण प्रस्ताव को अपना सहयोग देने के लिए हस्ताक्षर करें।

जानवरों पर होने वाले प्रयोगों के खिलाफ रणनीति बनाने हेतु हमारे साथ मिलकर आवाज उठाएँ

जानवरों पर किए जाने वाले परीक्षणों को समाप्त किया जाए। 
लक्ष्य +
  • Narendra Modi
बोल्ड लैटर में लिखे स्थानों को भरना अनिवार्य है।
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