विश्व के सात अजूबों में से एक गीज़ा के महान पिरामिड, सक्कारा के प्राचीन कब्रिस्तान और लक्सर की शाही कब्रगाहें देखने के लिए दुनिया भर के पर्यटक मिस्र में आते हैं, लेकिन इन जगहों की खूबसूरती के साथ एक हिंसक पक्ष जुड़ा है। PETA-एशिया की टीम ने मिस्र में अपनी जांच में पाया कि इन मुख्य पर्यटक स्थलों पर यात्रियों को अपनी पीठ पर या कैरिज में घूमाने के मजबूर किए गए घोड़े और ऊंट दर्दनाक हिंसा का शिकार हैं। असहनीय गर्मी में काम करने वाले इन बेजुबान जानवरों को दाना-पानी और छाया तक नसीब नहीं होती। कुछ पर्यटन स्थलों पर ऊंट पहुंचाने वाली कुख्यात बीरकश कैमल मार्केट में जानवर लाठियों से बुरी तरह पीटा जाते हैं।

PETA-एशिया द्वारा की गयी जांच के वीडियो से पता चलता है कि इनमें से किसी भी जानवर की सवारी करने वाले यात्री ही उस पशु के दर्द और दुख के लिए जिम्मेदार हैं।

तप्ति गर्मी

इन जगहों पर जानवरों को चिलचिलाती धूप में बिना भोजन, पानी या छाया के खड़ा रहने के लिए तब तक मजबूर किया जाता है जबतक की उनका कोई खरीदार नहीं मिल जाता।

उन्हें आराम तक करने दिया जाता और गर्मी में लगातार सवारी करवाने के लिए क्रूरता से पीटा जाता है। घुटनें टूटने के कारण वह अक्सर चलते चलते गिर जाते हैं।

तब तक पीटा गया जब तक वे गिर नहीं गए

संचालक उन जानवरों को बड़ी क्रूरता से पीटते हैं जो बहुत अधिक थकावट के कारण आगे चल नहीं पाते हैं। गीज़ा में संचालकों को एक घोड़ी को लगातार पीटते हुए देखा गया, जो अपनी घोड़ागाड़ी में एक पर्यटक को ढोते वक्त गिर गई थी। उन्होंने उसकी पिटाई तब तक बंद नहीं की जब तक कि वह दोबारा उठकर चल न दी। चश्मदीदों ने बताया कि गिरने से गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद भी उसे दोबारा से बहुत जल्दी वापस काम पर लगा दिया गया।

टीम ने बिरकश ऊंट मार्केट में ऊंटों को दर्द में चीखते हुए देखा, जिन्हें पर्यटन उद्योग को बेचे जाने से पहले मर्दों और बच्चों द्वारा लाठियों से बुरी तरह पीटा जा रहा था। वहां कुछ ऊंट मांस उद्योग में भी बेचे जाते हैं।

खून में लथपथ और चोटों से पीड़ित

गीज़ा और लक्सर में सवारी ढ़ोने के लिए मजबूर किए गए कई घोड़े दर्दनाक और खूनी घावों से पीड़ित थे। इसके बावजूद भी उन्हें पर्यटकों को ढ़ोने के लिए मजबूर किया गया था।

कई जानवरों के चेहरे तो खून से लथपथ थे।

दुर्बल घोड़े जिनकी पसलियां तक बाहर निकली हुई थीं, उन्हें लगातार झटका और मारा जा रहा था।

कमजोर जानवरों को मांस के लिए काटा जाता है।

कभी बिरकश बाज़ार में पर्यटन उद्योग के लिए बिकने वाले ऊंट जब गीज़ा और सक्कारा के पिरामिडों के आसपास सवारी ढोने में सक्षम नहीं रहते हैं, तो उन्हें बूचड़खानों को बेचने के लिए दोबारा बाजार में भेज दिया जाता है।

अभी कार्रवाई कीजिए

सवारी करने वाले यात्री भी इस तरह की क्रूर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार हैं। यदि आप मिस्र जाने की योजना बना रहे हैं, तो कृपया कभी किसी जानवर की सवारी न करें। अपनी यात्रा का बंदोबस्त करते वक्त अपनी टूर कंपनी और होटल वालों से पूछें कि क्या वे इन सवारियों को बढ़ावा देते हैं। यदि वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें समझाएं कि क्यों उन्हें जानवरों की सवारी को बढ़ावा देना बंद कर देना चाहिए।

जानवर हर चीज महसूस करने वाले सजीव जीव हैं, जो जनता का मनोरंजन करने के लिए मजबूर कर दिए गए हैं। कृपया मिस्र के पर्यटन मंत्री से इन स्थलों पर पशुओं की सवारी पर प्रतिबंध लगवा उनके दुरुपयोग को रोकने का आग्रह करें।

दुनिया के सात अजूबों में से एक माने जानी वाली जगह पर जानवरों के साथ भयानक क्रूरता होते पाई गई।

कार्यवाही करें !
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  • Ahmed Al-Waseef
बोल्ड लैटर में लिखे स्थानों को भरना अनिवार्य है।
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