मारना व पीड़ा देना

थके हुए जानवरों को लगातार चलते रहने के लिए हैंडलर के हाथ में जो कुछ भी हो जैसे प्लास्टिक पाइप, रस्सी, चेन या चाबुक से वो बार बार जानवरों को मारते हैं।

यहाँ तक की जब वो चलते चलते थक कर चूर हो चुके हों तो भी उनको पीटा जाता है। एक गधे ने एक चक्कर समाप्त करने के बाद जब अन्य पर्यटकों को ले जाने में असमर्थता दिखाई तो हैंडलर ने उसके पेट में इतनी ज़ोर से लात मारी की पास से निकलने वाला एक राहगीर डर से सहम गया। हालांकि जानवर ने हमले से बचने की कोशिश की लेकिन रस्सी से बंधा होने के कारण वो भाग नहीं सका।

धूप व प्यास

दिन भर गर्म रेगिस्तान में काम करने के बावजूद इन जानवरों को तब तक पानी नहीं मिलता जब तक की वो वापिस अस्तबल में न लौट आयें, पेट्रा में पुरातत्व पार्क पानी का एक मात्र स्रोत है।

सवारी के दौरान वो बंधे रहते है और धूप से बचने हेतु छाया का कोई इन्तजाम नहीं होता। कुछ की रस्सियाँ इतनी कसकर बंधी होती हैं की वो नीचे बैठ तक नहीं पाते और कढ़ी धूप में तब तक ऐसे ही बंधे खड़े रहते हैं जबतक की कोई अगला पैसा देने वाला पर्यटक सवारी के लिए नहीं आ जाता।

जख्म व खून बहना

रस्सी या चेन से कसकर बंधे रहने के कारण बहुत से जानवरों की त्वचा पे घाव बन जाते हैं। PETA एशिया के एक प्रत्यक्षदर्शी ने देखा की एक ऊंठ की पीठ पर चाबुक की मार से बने व मख्खियों से भरे खुले घाव के बावजूद उनसे जबरन कम लिया जा रहा था। गधों की गर्दन को जंजीर से बांधा गया था, उनकी गर्दन पर खून व जख्म के निशान साफ देखे जा सकते थे।